- धुंध छंटने के बाद मौसम वि5ाग ने दिए हैं तेजी से तापमान में गिरावट के आसार

- तीन दिनों तक धुंध की चपेट में रहेगा शहर, वेस्टर्न डिस्टर्बेस की बारिश से धुलेगी धुंध

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- धुंध छंटने के बाद मौसम विभाग ने दिए हैं तेजी से तापमान में गिरावट के आसार

- तीन दिनों तक धुंध की चपेट में रहेगा शहर, वेस्टर्न डिस्टर्बेस की बारिश से धुलेगी धुंध

BAREILLY:

BAREILLY:

करीब माह भर पहले धुंध में चार दिनों तक लिपटे रहा शहर एक बार फिर धुंध की चपेट में आ गया है। धुंध का कहर करीब दो से तीन दिनों तक बरकरार रहने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। उनके मुताबिक धुंध खत्म होने के बाद एकबारगी मौसम साफ होगा, लेकिन फिर कोहरे का कहर हावी होगा। जिससे मैक्सिमम और न्यूनतम टेम्प्रेचर में गिरावट आना शुरू हो जाएगी। मंडे को मैक्सिमम टेम्प्रचेर में 5 डिग्री की गिरावट दर्ज हुई। मैक्सिमम टेम्प्रचेर 19.6 डिग्री और मिनिमम 7.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

धुंध के आगोश में रहा शहर

मंडे को दिन भर शहर धुंध की चपेट में रहा। दोपहर में करीब 4 बजे हल्की धूप खिली, लेकिन घंटे भर बाद वह भी धुंध को पार कर शहर तक पहुंचने में असफल रही। दो दिन पहले गुनगुनी धूप का आनंद ले रहे लोगों को पर्वतों की ओर से आ रही हवा ने भी कंपकंपाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी। राहगीर गर्म कपड़ों में लिपटते नजर आए। वेदर एक्सपर्ट ने भी शहरवासियों को गर्म कपड़े निकाल लेने की सलाह दी है। क्योंकि वेस्टर्न डिस्टर्बेस से बारिश की संभावना भी बनी हुई है। ऐसे में बारिश के बाद धुंध तो छंटेगी, लेकिन हवाएं गलन का अहसास कराएंगी।

मौसम का पूर्वानुमान

आंचलिक मौसम विज्ञान अनुसंधान केंद्र के डायरेक्टर डॉ। जेपी गुप्ता ने बताया कि पर्वतों से सटे मैदानी क्षेत्रों में धुंध छाई रहेगी। कम समय के लिए धूप खिलने से दिन और रात के तापमानों में गिरावट के आसार हैं। अधिकतम तापमान 23 से 17.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6 से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। रात में हल्की ओस पड़ने और सुबह वायुमंडलीय हवा में 90 से 94 प्रतिशत के बीच नमी दर्ज की जाएगी। हवा की गति 1.8 से 2.8 किमी। प्रति घंटे के बीच रहेगी, जो पश्चिम उलर पश्चिम दिशा से चलने की संभावना है।

वेस्टर्न डिस्टर्बेस हावी होने से बारिश के बाद धुंध छंट जाएगी। सुबह और शाम कोहरा होगा। धुंध के बाद पारा में तेजी से गिरावट दर्ज किए जाने की संभावना है।

डॉ। एचएस कुशवाहा, वेदर एक्सपर्ट