काफी पहले शुरुआत से गड़बड़ाया मौसमी चक्र

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कह दिया है अबकी कम ही पड़ेगा जाड़ा

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: भारत वर्ष में अबकी बार अत्यधिक ठंड पड़ने के पूरे आसार हैं। लेकिन, उत्तर भारत में ऐसा नहीं होने जा रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने साफ कर दिया है कि समूचे उत्तर भारत में अबकी ठंड कम ही होगी। इस दौरान पारा न्यूनतम तापमान से अधिक ही रहेगा। इसकी शुरुआत भी हो चुकी है। दिसम्बर के शुरुआती सप्ताह में जाड़े ने जो तेवर दिखाये थे। वह दिन बीतने के साथ धीमा पड़ता दिखाई दे रहा है। इससे मौसम विभाग की भविष्यवाणी भी सटीक साबित होती नजर आ रही है।

कड़ाके वाली ठंड है नदारद

बता दें कि दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का रिकार्ड बीते वर्षो में रहा है। लेकिन अबकी बार जोरदार ठंड की शुरुआत दिसम्बर के शुरुआती दिनो में होती नजर आई। इस दौरान करीब एक सप्ताह तक सूरज के दर्शन नहीं हुये। ऐसे में लगा कि तापमान तेजी से नीचे जायेगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं, ठंड तो बरकरार है। लेकिन गलन वाली सर्दी नदारद ही है। दिन में जहां अच्छी धूप खिल रही है। वहीं रात्रि में भी ठंड सामान्य ही है। करीब पन्द्रह दिन पहले ही शुरु हुई ठंड ने मौसमी चक्र पर गहरा प्रभाव डाला है।

कई दिन सूरज न दिखने की उम्मीद न करें

इस बावत इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में आटोमेटिक वेदर सेंटर के प्रोफेसर सुनीत द्विवेदी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस वर्ष भारत में ठंड सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना है। लेकिन, उत्तर भारत में सर्दी कम पड़ेगी। यह लगातार दूसरा साल है जब उत्तर भारत में सामान्य से कम ठंड होगी। उन्होंने इसकी वजह उत्तर भारत में काफी पहले ठंडक की शुरुआत हो जाने को बताया। उन्होंने कहा कि लोगों को उस तरह की सर्दी की उम्मीद नहीं करनी चाहिये। जिसमें सूरज कई कई दिनों तक नजर नहीं आता। प्रो। सुनीत ने कहा कि आगे कोई लम्बा फेज नहीं होगा। बल्कि दो तीन दिनो के छोटे छोटे ठंडक के स्पेल हो सकते हैं।

पहाड़ों पर बर्फबारी, पैदावार को राहत

भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी सर्दियों के पहले पूर्वानुमान में कहा गया है कि इन सर्दियों में सीडब्ल्यू जोन में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना बहुत ज्यादा 83 प्रतिशत तक हैं। सीडब्ल्यू जोन में जम्मू कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, मराठवाड़ा, विदर्भ और मध्य महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्र आते हैं। बताया कि जम्मू काश्मीर, अफगानिस्तान, साइबेरिया समेत अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। इससे अगले 48 घंटों में न्यूनतम तापमान में 2.3 डिग्री की गिरावट आ सकती है। जो गेहूं, चना, सरसों से लेकर आलू जैसी रबी सीजन की फसल की ग्रोथ में मदद करेगा।

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चंद दिनो में शीतलहरी पकड़ेगी जोर

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में ज्योग्राफी डिपार्टमेंट के एमरिट्स प्रोफेसर बीएन मिश्रा ने बताया कि सर्दी के सीजन की ज्यादातर फसलों को रात के तापमान में गिरावट की जरूरत होती है। इस साल सर्दियों में अभी तक तापमान सामान्य या सामान्य से अधिक रहा है जोकि किसानों के लिए चिंता की बात है। कहा कि फिलहाल तो राहत की बात है कि जम्मू कश्मीर के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी और बारिश शुरू हो चुकी है। जिससे उत्तरी भारत के ज्यादातर हिस्सों में शीतलहर की स्थितियां बनेंगी। रात में लो टेंपरेचर फसलों के लिए अच्छा है अगर न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होती है तो इससे चिंता बढ़ेगी।

जनवरी के आखिरी हफ्ते तक राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में बारिश होती है तो यह पैदावार के लिए अच्छा होगा। पिछले शुक्रवार तक चना, मसूर और दलहन की बुआई में ठीक ठाक बढ़ोतरी देखने को मिली है।

प्रो। सुनीत द्विवेदी,

आटोमेटिक वेदर सेंटर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी

मौसम की मौजूदा स्थितियां भी आलू की फसल के लिए सहायक हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल में आलू की बुआई तेजी से हो रही है। उम्मीद करते हैं कि न्यूनतम तापमान 4 डिग्री से नीचे नहीं जाएगा।

प्रो। बीएन मिश्रा,

एमरिट्स प्रोफेसर ज्योग्राफी डिपार्टमेंट इलाहाबाद यूनिवर्सिटी

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समझें उत्तर भारत का मतलब

उत्तरी भारत में अनेक भौगोलिक क्षेत्र आते हैं। इसमें मैदान, पर्वत, मरुस्थल आदि सभी मिलते हैं। यह भारत का उत्तरी क्षेत्र है। प्रधान भौगोलिक अंगों में गंगा के मैदान और हिमालय पर्वतमाला आती है। यही पर्वतमाला भारत को तिब्बत और मध्य एशिया के भागों से पृथक करती है। भारत सरकार द्वारा परिभाषित उत्तरी और उत्तर मध्य क्षेत्र में जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ तथा मध्य प्रदेश राज्य आते हैं। यहां के प्रमुख शहरों में नई दिल्ली, कानपुर, जयपुर, लखनऊ, इंदौर, लुधियाना, चंडीगढ़ आदि आते है।