-बरसात के मौसम में लोगों में तेजी से बढ़ रही है स्किन डिजीज की प्रॉब्लम

-मंडलीय हॉस्पिटल में फंगल इंफेक्शन के डेली तीस परसेंट पेशेंट्स पहुंच रहे इलाज के लिए

VARANASI: बारिश का मौसम हर तरफ से मुसीबत लेकर आता है। इस मौसम में बीमारियां भी तेजी से लोगों को जकड़ती हैं। खास करके स्किन रिलेटेड डिजीज अधिक होती हैं। इस टाइम लोगों में फंगल इंफेक्शन तेजी से फैल रहा है। मंडलीय हॉस्पिटल के स्किन डिपार्टमेंट में डेली तीस से चालीस परसेंट ऐसे पेशेंट्स पहुंच रहे हैं जिन्हें बॉडी में दाद, खुजली, दाने आदि की प्रॉब्लम्स हैं।

जीना बेहाल कर रहा पसीना

बॉडी में स्किन की फोल्ड जहां-जहां होती है वहां दाद, खुजली अधिक होते हैं। क्योंकि पसीना जमा होने के कारण स्किन बराबर मूव करती रहती है। बरसात के समय में यह प्रॉब्लम काफी बढ़ जाती है। अगर बारिश में भींगने के बाद काफी देर तक गीले रह गए तब भी दाद, खुजली दाने की कम्पलेंट हो सकती है। पहली बारिश का पानी तो बहुत ही नुकसानदायक होता है। इससे बॉडी में फोड़ा फुंसी निकलने लगता है।

इसका रखें ध्यान

-स्किन के फोल्ड वाले पा‌र्ट्स पर पसीना नहीं जमा होने दें।

-ढीला-ढाला कपड़ा पहनें।

- अधिक चुस्त कपड़े नहीं पहनें।

-अधिक देर तक चेयर पर बैठकर वर्क करने से बचें, बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें।

-दाद, खुजली होने पर नाखून से बिल्कुल नहीं टच करें।

-सूखा तौलिया यूज करें।

- बॉडी में जलन, खुजली, दाद आदि की प्रॉब्लम होने पर तुरंत स्किन स्पेशलिस्ट से मिलें।

-दवा का कोर्स पांच से छह सप्ताह तक करें।

इस मौसम में फंगल इंफेक्शन अधिक होते हैं। इस टाइम हॉस्पिटल में ऐसे केसेज आ रहे हैं। स्किन से जरा सी लापरवाही करने पर फुंसी फोड़ा का शक्ल ले ले रही है।

डॉ। एसएन दीक्षित

स्किन स्पेशलिस्टस, मंडलीय हॉस्पिटल, कबीरचौरा

ओपीडी में डेली तीस परसेंट ऐसे पेशेंट्स पहुंच रहे हैं जिन्हें फंगल इंफेक्शन की कम्पलेन है। दाद खुजली सहित स्किन पर दाने भी हो रहे हैं।

डॉ। मुकुंद श्रीवास्तव

स्किन स्पेशलिस्ट, मंडलीय हॉस्पिटल, कबीरचौरा