JAMSHEDPUR: ख्ररमास 13 जून को समाप्त हो गया है। पंडित रामा शंकर तिवारी ने बताया कि पुरुषोत्तम मास खत्म होते ही मांगलिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई। इस बार 22 जुलाई तक वैवाहिक कार्यक्रम और शुभ कार्य होंगे। तीन वर्ष बाद इस बार ज्येष्ठ मास में 16 मई से 13 जून अवधि अधिकमास की रही। इस दौरान पूजा, जप, तप और दानपुण्य के कई कार्य हुए। इस अवधि में मांगलिक कार्यक्रम पूरी कर से रुक गया था। 13 जून को यह मास खत्म हो गया। ख्ररमास मास खत्म होते ही शहर में शहनाई गूंजने लगी है। शादी-ब्याह के कार्यक्रम शुरू हो गए है। बाजार में लोगों द्वारा शादियों की खरीदारी की जा रही है। इसके अलावा ख्ररमास मास खत्म होते और भी कई मांगलिक कार्य किए जा रहे हैं।

दिसंबर में है चार मुहूर्त

पंडितों के मुताबिक अब 14 जून से 22 जुलाई तक लगातार मांगलिक कार्यक्रम होंगे। पंडितों ने बताया कि देवशयनी एकादशी 23 जुलाई को है। इस तिथि के बाद मांगलिक कार्यक्रम फिर से रुक जाएंगे। इनकी शुरुआत 19 नवंबर को देवोत्थानी एकादशी से होगी। पंडितों के मुताबिक इस बार दिसंबर में मात्र चार मुहूर्त ही हैं। 11,12,13 और 14 दिसंबर को ही मांगलिक कार्यक्रम होंगे।

ये हैं शुभ मुहूर्त

जून-18, 19, 21, 22, 23, 24, 25 और 29

जुलाई- 5, 6,10, 17, 18 और 22 तारीख

14 जून से लगन शुरू हो गया है। 18 जून से अच्छे लग्न की शुरुआत होगी। 22 जुलाई तक मांगलिक कार्य होंगे। 23 जुलाई से चार माह के लिए सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे। दोबारा दिसंबर से मांगलिक कार्य शुरू होंगे।

रामा शंकर तिवारी, पंडित