-हरियाणा में दूल्हे तलाशकर गोरखपुर में तय होती कीमत

-शादी का झांसा देकर पहले भी बेची जा चुकी है बेटियां

GORAKHPUR: हरियाणा के युवकों से शादी का झांसा देकर युवतियों को बेचने का खेल कई साल से चल रहा है। शिकायत होने पर पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं लेती थी। पकड़े जाने के बावजूद इस रैकेट से जुड़े लोग पुलिस को झांसा देकर थानों और चौकियों से छूट जाते थे। मंगलवार को हुई घटना के बाद से पुराने मामलों की पड़ताल शुरू हो गई है। चौरीचौरा, झंगहा के साथ-साथ इस गैंग का नेटवर्क कुशीनगर और देवरिया में जड़ जमा चुका है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।

युवती कूदकर भागी हुअा पर्दाफाश

कुशीनगर की एक युवती को हरियाणा के युवक के हाथों बेचकर बुढि़या माई मंदिर में शादी कराई गई थी। मंगलवार को शादी कराने वाले गिरोह की महिलाएं एक युवती को बहला-फुसलाकर बुढि़या माई मंदिर ले आई। उसे कोई नशीली चीज सुंघाकर उसकी शादी करा दी। हरियाणा ले जाते समय युवती होश में आई तो उसे बताया गया कि उसकी शादी हो चुकी है। पहले पति से तलाक का मुकदमा लड़ युवती शादी की बात सुनकर परेशान हो गई। सोनबरसा बाजार में नेचुरल काल के बहाने कार से उतरकर वह भाग गई। पब्लिक ने शादी करने वाले हरियाणा के दूल्हे सहित अन्य लोगों को पकड़ लिया। पुलिस की जांच में सामने आया कि फर्जी मां-बाप और रिश्तेदार बनकर गैंग ने युवती की शादी करा दी। इसके बदले में दूल्हा पक्ष से लाखों रुपए की रकम ली गई है। पुलिस का कहना है कि फरार चल रही महिलाओं के अरेस्ट होने के बाद सारी कहानी सामने आ सकेगी।

कई बार थाना-चौकी से छूटा मामला

जिले में इस तरह के आधा दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। दो साल पूर्व रेलवे स्टेशन के एक होटल में युवती के बेचने की सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की। हरियाणा निवासी तीन युवकों को पुलिस ने पकड़ लिया। पुराना पार्सल घर के सामने एक होटल में ठहरे लोगों के साथ युवती भी थी। रेलवे कालोनी पुलिस चौकी पर सबसे पूछताछ हुई। तब राजेंद्र नगर मोहल्ला निवासी कुछ लोग पहुंच गए। करीब आठ घंटे की पंचायत के बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बताया जाता है कि मामला मैनेज कर पुलिस ने हरियाणा के युवकों को छोड़ दिया। मामले की जानकारी होने पर सीनियर अफसरों ने चौकी प्रभारी को फटकार लगाई। इसके पूर्व झंगहा और चौरीचौरा में दो मामलों में पुलिस ने समझौता करा दिया था।

शादी के पहले तय होता सौदा

पुलिस की जांच में सामने आया है कि शादी कराने वालों का गैंग पूरे मंडल में एक्टिव है। इस गैंग की महिलाएं घूम-घूमकर गरीब परिवार की युवतियों को टारगेट करती हैं। फिर उनको झांसा देकर शादी करा दिया जाता है। शादी कराने के पहले हरियाणा के युवकों से मुंहमांगी रकम वसूली जाती है। सौदा पटने पर शादी के लिए दुल्हन दिखाई जाती है। सब कुछ ठीक-ठाक होने पर हरियाणा के युवक अपने संग दो-तीन लोगों को लेकर गोरखपुर पहुंचते हैं। उनके ठहरने और खाने का इंतजाम शादी कराने वालों के जिम्मे होता है। स्टेशन रोड के होटल के सामने सस्ते होटल में पहले से कमरा भी बुक करा दिया जाता है।

पहले भी सामने आ चुके हैं मामले

06 फरवरी 2016: खोराबार एरिया के बुढि़या माई मंदिर में हरियाणा के युवक की शादी कराई गई। कुशीनगर की युवती को झांसा देकर गैंग ने बेच दिया था। युवती के शोर मचाने पर मामले का पर्दाफाश हुआ।

16 अगस्त 2016: हरियाणा के युवक की गोरखनाथ मंदिर में शादी कराई गई। होटल में युवती के बेचने की सूचना पुलिस ने पकड़ा। लेकिन बिना किसी जांच पड़ताल के आरोपी छूट गए थे।

08 जुलाई 2015: हाटा, परसौनी निवासी तीन महिलाओं सहित छह लोगों को पुलिस ने अरेस्ट किया। पकड़े गए लोगों ने एक किशोरी को बहला- फुसलाकर हरियाणा में बेच दिया था। इसके बदले में 50 हजार रुपए लिया था। छह माह बाद किसी तरह से भागकर किशोरी घर पहुंची तो उसने सारा भेद खोला।

25 जुलाई 2015: झंगहा एरिया के जंगल गौरी नंबर दो उर्फ अमहिया की एक युवती ने शादी के नाम पर बेचने का आरोप लगाया था। 21 जुलाई को हरियाणा से आए लोगों की मौजूदगी में तरकुलहा मंदिर में उसकी सगाई कराई गई। युवती को हरियाणा भेजने के नाम पर एक महिला ने 20 हजार रुपए लिए थे।

इस तरह से संचालित हो रहा गैंग

- गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर में शादी कराने वाला गैंग सक्रिय है।

- गैंग में चार महिलाओं सहित कम से 10 सदस्य शामिल हैं जो अलग-अलग जिम्मेदारी उठाते हैं।

- गैंग के लोग हरियाणा में जाकर शादी के लिए दूल्हे की तलाश करके उसे युवतियों की फोटो दिखाते हैं।

- लड़की पंसद किए जाने पर शादी की बात आगे बढ़ाते हुए अपने हिस्सेदारी का सौदा तय करते हैं।

- गैंग की दूसरे सदस्य दुल्हन को झांसा देकर किसी तरह से शादी का प्लान गढ़ते हैं।

-दूल्हे के आने पर दुल्हन को तैयार करके आपस में नात-रिश्तेदार बनकर गैंग शादी करा देता है।

50 हजार से लेकर तीन लाख तक कमाई

पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि लड़कियों की शादी में दहेज देने के बजाय उल्टे फायदा मिलता है। कम से कम 50 हजार रुपए में सौदा पट जाता है। दूल्हे की हैसियत के अनुसार कभी-कभी लाखों रुपए में कीमत लग जाती है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि तीन-तीन लाख रुपए तक लिए जा चुके हैं। इसलिए गैंग के सदस्य सालभर इसी कारोबार में लगे रहते हैं। हरियाणा में लैंगिग अनुपात की वजह से शादी के लिए युवतियां नहीं मिलती है। शुरूआत में कुछ लोगों ने गरीब परिवार की बेटियों का रिश्ता वहां तय कराया। लेकिन बाद में इसकी सौदेबाजी शुरू कर दी गई। पुलिस का कहना है कि गैंग की अगुवाई करने वाली महिलाओं की तलाश चल रही है। वो शादी कराने के बदले युवतियों को बेच देती हैं।

इस वजह से बढ़ जाता है शक

गरीब परिवार की बेटियों की शादी के लिए तमाम सरकारी योजनाएं हैं। ऐसे में किसी योजना का लाभ नहीं दिलाया जाता है।

हरियाणा के युवकों से होने वाली शादी के लिए आनन फानन में प्रक्रिया पूरी कराई जाती है।

शादियों में युवतियों के किसी नजदीकी नात-रिश्तेदार को नहीं बुलाया जाता। तथाकथित रिश्तेदारों की मौजूदगी रहती है।

इस संबंध में किसी प्रधान, पार्षद या अन्य को कोई जानकारी नहीं दी जाती।

शादी करके तुरंत हरियाणा भेज दिया जाता है। पहले से सारी तैयारी की जाती है।

वर्जन

शादी के बहाने युवतियों को बेचने वाला गैंग है। इसके बारे में पड़ताल की जा रही है। सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जाएगी। पहली बार ऐसा रैकेट हाथ लगा है। सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी पर अन्य जानकारी सामने आ सकेगी।

ब्रजेश सिंह यादव, एसओ चौरीचौरा