- नव सम्वतसर पर संघ ने किया पथ संचलन, शहर भर में घूमी शोभायात्रा

- जगह-जगह हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम

ALLAHABAD: भारतीय संस्कृति, संस्कार और सभ्यता के प्रतीक नव सम्वतसर ख्07ख् का इलाहाबादियों ने पूरे उत्साह के साथ स्वागत किया। हिन्दुत्व भावना के साथ तिलक लगाकर, गले मिल कर जहां एक-दूसरे को नव वर्ष की बधाई दी। वहीं ऋतु परिवर्तन काल में देवताओं की विधि-विधान पूर्वक पूजा की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये भी नव सम्वतसर का स्वागत किया गया। वहीं संघ के कार्यकर्ताओं ने पथ संचलन कर शहर भर में शोभायात्रा निकाली।

चंदन का टीका लगाकर मिले गले

भारत विकास परिषद व संस्कार भारती की ओर से हिंदू सभ्यता के प्रतीक नव सम्वतसर के मौके पर सिविल लाइंस इलाके में लोगों को चंदन का टीका लगाया और नव वर्ष की शुभकामना दी गई। जीरो रोड स्थित जैन विद्यालय में समारोह का आयोजन हुआ। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये हिंदू नव वर्ष का स्वागत किया गया। वहीं आर्य समाज मुंडेरा में नव सम्वतसर पर तीन दिवसीय यज्ञ, भजन, सत्संग का समापन रविवार को हुआ।

जीवनचर्या में पंचांग की विधियों का करें समावेश

ज्ञान ज्योति अखिल भारतीय ब्राह्माण समाज की ओर से नव सम्वतसर कीलक के शुभागमन पर काव्य सम्मेलन का आयोजन किय गया। कवि आनंद कृष्ण द्विवेदी, कैलाशनाथ पांडेय, श्रीराम मिश्र, कमला प्रसाद गिरी, कुटेश्वरनाथ त्रिपाठी, शिवराम उपाध्याय ने कविताओं के माध्यम से ऋतु परिवर्तन काल का बखान किया एवं नव सम्वतसर का स्वागत किया। समारोह में पंडित चंद्रभूषण पांडेय ने कहा कि जीवनचर्या में पंचांग में बताई गई विधियों का समावेश अवश्य होना चाहिए। इससे कठिनाईयां दूर होती हैं।