यह थी वारदात

रविवार को दिल्ली के अमृत विहार निवासी तरुण पंत पुत्र एनडी पंत अपनी पत्नी लक्ष्मी और रिश्तेदार भगवती प्रसाद के साथ कार से दिल्ली जा रहा थे। पौड़ी मार्ग पर बहसूमा थाना क्षेत्र में इनकी कार को ओवरटेक करके कुछ कार सवार बदमाशों ने तरुण और भगवती को गोली मार दी थी। गोली मारने के बाद बदमाश फरार हो गए, लेकिन लक्ष्मी को सही सलामत छोड़ गए। लक्ष्मी ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को इकट्ठा किया।

दम तोड़ चुके थे

जब तक लोग पहुंचे दोनों की हालत बिगड़ चुकी थी। पुलिस के पहुंचने तक तरुण दम तोड़ चुका था और भगवती ने रास्ते में दम तोड़ दिया। लक्ष्मी की ओर से ही अज्ञात कातिलों के खिलाफ केस दर्ज कराया। वहीं पुलिस इस मामले में अभी तक कोई खास सुराग नहीं खोज पाई। पुलिस के अनुसार तरुण के भाई विजय का सितंबर में गाजियाबाद में मर्डर कर दिया गया था। और अब तरुण को मौत के घाट उतार दिया गया।

रंजिश या कुछ और

इस मामले में भी पुलिस की जांच परिवार के ईद गिर्द घूम रही है। साथ ही पुलिस मृतकों के बारे में जानकारी जुटाने में जुटी है। कहीं इनका पिछला रिकार्ड क्रिमिनल तो नहीं है। कत्ल की वजह रंजिश है या फिर कुछ और। पुलिस केस में हर एंगल को खोज रही है। जांच में यह भी शामिल है कि आखिर इन दोनों के मर्डर के साथ लक्ष्मी को क्यों जिंदा छोड़ दिया गया। कोई तो वजह होगी। मृतक तरुण के पिता ने अपनी बहू की ओर से केस दर्ज कराया है। फिलहाल पुलिस कत्ल की वजह और कातिलों से काफी दूर है।

'तरुण के भाई का मर्डर सितंबर में गाजियाबाद में कर दिया गया था। अब तरुण का मर्डर कर दिया गया। फिलहाल केस में जांच चल रही है। इनके पुराने रिकार्ड भी खंगाले जा रहे हैं। कहीं तरुण और विजय का क्रिमिनल रिकार्ड तो नहीं रहा.'

- ओंकार सिंह, एसएसपी