यह कहानी सिर्फ विनोद की नहीं है। बल्कि उसके जैसे सैंकड़ों स्टूडेंट्स इस समय एएमयू, डीयू, बीएचयू, जेएनयू जैसी नामी यूनिवर्सिटी में एडमिशन से वंचित हो रहे हैं। अब इन स्टूडेंट्स के सामने यही ऑप्शन है कि या तो उनका डीडीयू में ही एडमिशन हो जाए या फिर वह अपना एक साल ड्रॉप करें। अपना फ्यूचर खराब होता देख स्टूडेंट्स बहुत परेशान हैं।
क्यों लिया एडमिशन
इस साल डीडीयू के रिजल्ट निकलना काफी लेट शुरू हुए हैं। इसी वजह से स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। ग्रेजुएशन के रिजल्ट तो जुलाई फर्स्ट वीक के बाद से आना शुरू हुए हैं। जिन स्टूडेंट्स ने ग्रेजुएशन के लिए डीडीयू में एडमिशन लिया था उनमें से बहुत तो अब यह सोच कर पछता रहे हैं कि आखिर उन्होंने यहां एडमिशन ही क्यों लिया।
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