- Whats app पर वायरल हो चुके जर्मन मेड इन्फ्लुएंजिएम-200 की है खासी डिमांड, मार्केट में शॉर्टेज

- इसी दवा का इंडिया बेस्ड वर्जन भी है उपलब्ध लेकिन हर किसी को चाहिए जर्मन मेड इन्फ्लुएंजिएम-200

VARANASI:

स्वाइन फ्लू से इन दिनों हर कोई खौफजदा है। जरा सा सर्दी-जुकाम हुआ नहीं कि लोग तुरंत इसके इलाज के तरीकों की खोज में लग जा रहे हैं। स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए मुफ्त में एडवाइस देने वालों की भी कोई कमी नहीं है। जितने लोग उतनी सलाहें। इन्हीं तमाम सलाहों में होम्योपैथी की एक दवा इन्फ्लुएंजिएम-ख्00 भी शामिल है। व्हाट्स एप पर तो यह सलाह भी वायरल हो चुकी है। स्वाइन फ्लू के शिकार लोगों को यह दवा उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है। लेकिन खास बात यह है कि दवा जर्मन बेस्ड एक खास कंपनी की ही होनी चाहिए। नतीजा यह हुआ कि मार्केट से जर्मन मेड इन्फ्लुएंजिएम-ख्00 की शॉर्टेज हो गयी है।

सैकड़ों लौट रहे हैं रोज

होम्योपैथी दवा की दुकानों पर हर रोज सैकड़ों की संख्या में जर्मन मेड इस दवा की डिमांड को लेकर पहुंच रहे हैं। लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। होम्योपैथी दवा के एक कारोबारी संजय कुमार ने बताया कि इस दवा का व्हाट्सएप पर इतना प्रचार हो चुका है कि लोगों को यही स्वाइन फ्लू का एकमात्र इलाज दिखाई दे रहा है। इसकी बहुत अधिक डिमांड तो होती नहीं थी लेकिन इधर बीच अचानक डिमांड क्रिएट हुई तो इसकी शॉर्टेज हो गयी।

देसी है पर उन्हें तो चाहिए जर्मन

लंका के होम्योपैथ दवा के कारोबारी राजेश बताते हैं कि इस दवा का देसी वर्जन आसानी से उपलब्ध है। लेकिन लोगों को जर्मन ही चाहिए। जर्मन दवा की कीमत क्ख्भ् रुपये है जबकि देसी वर्जन मात्रा के अनुसार ख्0 से भ्0 रुपये में उपलब्ध है। खास बात यह कि जर्मन मेड यही दवा क्000 पॉवर में भी उपलब्ध है लेकिन लोगों को इन्फ्लएंजिएम-ख्00 ही चाहिए। जबकि डॉक्टर की सलाह से इसका डोज निर्धारित किया जा सकता है।