-लोगों के बीच चर्चा, अब लग रहा कुंभ शुरु होने वाला है

-हल्की फुहारों ने बढ़ाई गलन, पहाड़ पर भारी हिमपात से बदला मौसमी समां

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PRAYAGRAJ: मकर संक्रांति के शाही स्नान से कुछ दिन पहले मौसमी फिजा बदलने लगी है। इससे लोगों को एहसास होने लगा है कि अब कुंभ का आगाज भी होने वाला है। आसमान पर उमड़ते-घुमड़ते बादल लोगों में कुंभ के पहले शाही स्नान का उत्साह बढ़ाते नजर आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे के भीतर अलग-अलग जगहों पर हुई छिटपुट बरसात ने रात और दिन की सर्दी बढ़ा दी है।

धूप खिली, लेकिन तेजी रही गायब

समूचे उत्तर भारत में तेज ठंड ने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। प्रयागराज में भी रविवार शाम से नाममात्र की बारिश ने गलन का एहसास बढ़ा दिया है। जिले में देर शाम से बह रही ठंडी नम हवाओं का दौर सोमवार को भी पूरे दिन जारी रहा। सोमवार को दिन में हल्की धूप तो खिली। लेकिन नम हवाओं के डेरे के कारण धूप में तेजी गायब रही। इससे लोगों के बीच चर्चा रही कि अब जब मकर संक्रांति का स्नान नजदीक है तो ऐसे ही मौसमी समां में हौले-हौले परिवर्तन भी देखने को मिलेगा।

अभी और खराब होगा मौसम

इस बावत मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मौसम के बदलते मिजाज और बारिश की बूंदों ने मौसम के अभी और खराब होने के संकेत दे दिए हैं। उनका कहना है कि पहाड़ी क्षेत्रों से मैदानी इलाकों की ओर बहने वाली हवाओं में तेजी आई है। वहीं हिमालयन रीजन और हिल स्टेशंस पर बर्फबारी भी तेज हो गई है। इससे बहुत तेजी से वेदर कंडीशंस चेंज हो रही हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि बारिश के साथ ओले भी पड़ सकते हैं। पाला पड़ने से फसलें खराब हो सकती हैं। वहीं मकर संक्रांति के आसपास तापमान के न्यूनतम स्तर तक पहुंचने के भी बहुत स्पष्ट संकेत दिए गए हैं।

वर्जन

हल्की-फुल्की बरसात, आसमान में बादलों की मौजूदगी, नम हवाओं के डेरे, पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी से तापमान अभी और नीचे जाएगा। जनवरी के प्रथम से लेकर तीसरे सप्ताह तक तापमान अपने न्यूनतम स्तर तक जाता है। इसलिए कड़ाके की ठंड के लिए लोगों को तैयार रहना चाहिए।

-डॉ। शैलेन्द्र रॉय, आटोमेटिक वेदर सेंटर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी