- दिन में अक्टूबर में भी निकल रहा पसीना, रात में गुलाबी ठंड का एहसास

ALLAHABAD: गर्मी ने अबकी बरस सारे रिकार्ड ध्वस्त कर डाले हैं। देश के अधिकांश हिस्सों में अबकी बार गर्मी आठवें माह भी पड़ रही है। अक्टूबर माह में भी दोपहर में महसूस हो रही गर्मी की तपिश से मौसम विज्ञानियों का भी माथा चकराया हुआ है। हालांकि, राहत वाली बात है कि शाम ढलने के बाद लोगों को गुलाबी ठंड का एहसास होने लगा है।

मौसमी चक्र ने चौंकाया

जी हां, मौसमी चक्र में दिख रहा परिवर्तन लोगों को आश्चर्यचकित किए हुए है। अमूमन, चार माह गर्मी, चार माह बरसात और चार माह जाड़े का सीजन माना जाता है। लेकिन साल 2015 में मार्च माह से पड़ रही गर्मी अभी भी बदस्तूर जारी है। इस बीच जुलाई और अगस्त में पड़ी सूखे की मार से भी लोग बेहाल रहे। पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत देश के अधिकांश हिस्सों में औसत से कम हुई बारिश का आधिकारिक आंकड़ा भी सरकारी स्तर पर जारी किया जा चुका है।

मार्च से पड़ रही गर्मी की मार

अभी सूखे की मार से लोग उबर ही रहे हैं। वहीं अक्टूबर माह में दिन में पड़ रही गर्मी भी चौकाने वाली है। लोगों को अभी भी दोपहर में पसीना आ रहा है। लोगों को कूलर और पंखे की हवा अभी भी अच्छी लग रही है। अक्टूबर की शुरुआत से लेकर अभी तक के मौसमी रिकार्ड को देखें तो अभी भी दिन में पारा 35 से 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है। इससे दोपहर में लोगों के हलक सूख रहे हैं।

रात में 20 डिग्री तक पहुंचा पारा

हालांकि, लोगों के लिए खुश होने वाली बात यह है कि रात्रि में हल्की ठंड महसूस होना शुरू हो चुकी है। सिटी की सड़कों पर बाइक से निकलने वाले लोगों को इसका एहसास है। जबकि आउटर एरिया में ठंड का एहसास रात्रि में पूरी तरह से हो रहा है। इसका प्रमाण रात्रि का टेम्परेचर सिमटकर 20 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचना है। इस बावत इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में आटोमेटिक वेदर सेंटर के डॉ। सुनीत द्विवेदी कहते हैं कि करेंट में जो वेदर कंडीशन है, वह 15 दिन पहले ही हो जानी चाहिये थी।

विशेष सतर्कता की है जरूरत

डॉ। द्विवेदी का कहना है कि आने वाले 15 दिनों में ठंड जोर पकड़ लेगी। ऐसे में लोगों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की जरूरत है। दिन में गर्मी और रात्रि में हल्की ठंड मौसम का मिजाज बिगाड़ने के लिए काफी है। इससे सर्दी, जुकाम और बुखार होना आम बात है। करेंट में अस्पतालों में मरीजों की भरमार है। डॉ। द्विवेदी की ग्रामीण एरिया में रहने वालों को सलाह है कि वेदर कंडीशन नाइट में अचानक से अप एंड डाउन हो सकती हैं। ऐसे में सतर्क रहें तो ही बेहतर होगा।