-अगर आपके पास भी है कोई नया आइडिया तो तुरंत पहुंचे इक्यूवेशन सेंटर, यहां मदद के साथ आपके प्लान को मिलेगी नई दिशा

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स्टार्टअप के बारे में अब भी पूरी जानकारी लोगों को नहीं है। खास तौर पर बिहार में इसके प्रति समुचित वातावरण नहीं बन सका है। जबकि राज्य सरकार की ओर से और कई इनक्यूबेशन सेंटर, जहां यंग जेनरेशन के आइडिया को मूर्त रूप दिया जा रहा है, वह प्रशंसनीय है। स्टार्टअप कैसे कोई शुरू कर सकता है, शुरू करने में क्या समस्याएं आती है और इसकी फंडिंग आदि कैसे हो, इन्हीं बिंदुओं को केन्द्र में रखते हुए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से शुक्रवार को परिचर्चा 'स्टार्टअप : चैलेंजेज एंड सॉल्यूशन' विषय पर आयोजित की गई। जिसमें एक्सपर्ट ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

ऐसे शुरू करें स्टार्टअप

स्टार्टअप शुरू करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना होगा। पहली बात, आपके पास एक ऐसा आइडिया हो जिसे बिजनेस प्लान के रूप में डेवलप किया जा सके। यह आम बिजनेस से हटकर टेक्नोलॉजी बेस्ड और सर्विस ओरिएंटेड होना चाहिए। बिजनेस प्लान को स्टार्टअप इंडिया वेबसाइट पर अपलोड करें। बिजनेस प्लान अप्रूव होने के बाद उसे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी या रजिस्टर्ड प्राइवेट फर्म के तौर पर रजिस्टर कराएं। पहले से चल रहे बिजनेस को तोड़ यदि कोई स्टार्ट करे तो यह मान्य नहीं है। आम बिजनेस मॉडल से हटकर इनोवेटिव आइडिया के साथ कस्टमर को अधिक सुविधा देने वाला हो। ऐसा बिजनेस प्लान ही स्टार्टअप के लिए अप्रूव हो सकता है। साथ ही इसमें रोजगार की अधिक संभावना हो। इसका ध्यान रखें।

बीआईए कर रहा गाइड

स्टार्टअप शुरू करने के लिए एक ऐसे स्थान की जरूरत होती है जहां एक पूरा ऑफिस सेटअप हो, मेंटरिंग करने के लिए एक्सपर्ट टीम हो और वहां जरूरत के अनुसार मीटिंग भी की जा सके। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए पटना के सिन्हा लाइब्रेरी रोड स्थित बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की बिल्डिंग में ही इनक्यूबेशन सेंटर बना है। इसका नाम है बीआईए वेंचर पार्क। मेंबर सेक्रेटरी, गवर्निग बोर्ड संजय गोयनका ने बताया कि इसे चार साल पहले शुरू किया गया। यहां नए आइडियाज को सफल बनाने के लिए एंजेल इंडिया नेटवर्क के साथ एक ऐसा इकोसिस्टम दिया जाता है, जो उन्हें प्रोफेशनली गाइड करता है। उन्होंने कहा कि यहां आइडियाज की प्रॉपर मेंटरिंग की जाती है।

आइडिया रजिस्टर कराएं

बिहार देश के उन अग्रणी राज्यों में हैं जिसका अपना स्टार्टअप पॉलिसी है। सरकार ने इसके लिए 500 करोड़ रुपए का स्टार्टअप फंड रखा है। स्टार्टअप शुरू करने के इच्छुक लोगों को बिहार स्टार्टअप पॉलिसी की साइट पर अपना आइडिया रजिस्ट्रर करना होगा। राज्य सरकार द्वारा बिजनेस प्लान अप्रूव होने पर एक इनक्यूबेशन सेंटर एलॉट किया जाता है। यहां प्लान बेहतर करने के लिए मेंटरिंग और गाइड किया जाता है। राज्य सरकार के द्वारा स्टार्टअप सीड फंड के लिए दस लाख रुपए आवंटित किए जाते हैं।

बैंक के पास स्कीम नहीं

परिचर्चा के दौरान एक बार प्रमुखता से उठा कि स्टार्टअप पॉलिसी में कई अच्छी बातें हैं। लेकिन बैंक से फंडिंग कठिन है। बीआईए वेंचर पार्क के गवर्निग काउंसिल के सदस्य संजय झुनझुनवाला ने कहा कि बैंक हमेशा कोलैटरल की बात करता है। बैंक के पास स्टार्टअप के लिए स्कीम नहीं है। जबकि यह सर्विस सेक्टर का उभरता हुआ क्षेत्र है। वहीं, केक भेजो डॉट कॉम के फाउंडर आशीष रंजन ने कहा कि आप इस बात को ध्यान में रखें कि आप कितना रिस्क ले सकते हैं। ऐसा आइडिया दें जिसमें कस्टम के लिए सॉल्यूशन हो। साथ ही बेहतर टीम बनाकर उनका रोल भी तय कर दें।