आजादी कैंपेन- लोगो लगेगा

-जिले में बढ़ती अपराधिक घटनाओं से बढ़ा पब्लिक में डर

-छह माह में ही लूट और हत्या के रिकार्ड मामले दर्ज

ALLAHABAD: देश को आजाद हुए भले ही कई दशक बीत गए हों, लेकिन आज भी समाजिक रूप से लोग खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पाते हैं। वजह, क्राइम की घटनाओं के चलते लगातार असुरक्षित होता जा रहा समाज। लूट, हत्या, रेप, छेड़खानी जैसी घटनाओं के बढ़ते ग्राफ ने लोगों के मन को सशंकित कर रखा है। दिन दहाड़े बदमाश लूट और हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे है। ऐसे में खुद की और परिवार की सुरक्षा की भावना से आम जनता को आजादी कब मिलेगी। यह आज के समय में बड़ा सवाल बना हुआ है।

महिलाओं के साथ बढ़ते अपराध

आजादी के इतने साल बाद भी महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं पर अंकुश नही लग सका है। इसका सबसे बड़ा कारण महिला हिंसा के दोषियों पर कार्रवाई में लगने वाला समय। खासतौर पर सड़क पर छेड़खानी जैसी घटनाओं ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे कदमों को लेकर बड़ा सवाल उठाया है। सरकार की तरफ से भले ही ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए गए है, लेकिन उसके बाद भी इन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।

फैक्ट फाइल

जनवरी 2018 से जून 2018 तक

छेड़खानी 25

लूट 64

हत्या 69

बलात्कार 35

रैपिड फायर- एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव

-बढ़ते अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे है?

-सिटी में बढ़ती अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए अपराधियों पर गैंगेस्टर की कार्रवाई की जा रही है। रात में गश्त और पिकेट ड्यूटी भी बढ़ाई जा रही है। घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुरानी घटनाओं का वर्कआउट हो रहा है।

-अपराधियों पर कैसे हो रही निगरानी?

इसके लिए बीट सिपाही को लगातार अपडेट रहने के लिए कहा जाता है। जेल से छूटकर आने वाले अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

-महिलाओं के साथ होने वाले अपराध को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

महिलाओं के साथ सबसे अधिक छिनैती की वारदात हो रही है। ऐसे गिरोह के लोगों को रोकने के लिए पुलिस अभियान के जरिए सक्रिय है। पिछले दिनों पुलिस की सक्रियता ही थी कि लूट की वारदात को अंजाम देने वालों को पुलिस ने घटना के पहले ही गिरफ्तार किया।

-पुलिस का पब्लिक के साथ बिहैव सुधारने के लिए क्या किया जा रहा है?

बीट सिपाही से लेकर पुलिस कर्मचारियों को लगातार यह निर्देश दिया जा रहा है कि वह पब्लिक के साथ बेहतर व्यवहार करे। अच्छे व्यवहार से पुलिस जनता से बेहतर ताल-मेल से क्राइम कंट्रोल पर भी फोकस कर सकेगी।

सिटी में लगातार अपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं। देर रात घर से निकलने में भी लोगों को डर लगाता है। खासतौर पर महिलाओं का घरों से सुबह और शाम को निकलना बेहद रिस्की है।

-वीरू पांडेय

छिनैती और लूट की घटनाएं बेहद आम हो गई हैं। रात में पुलिस की गश्त पर प्रॉपर नहीं होने के कारण चोरी की घटनाओं में भी इजाफा हुआ है। इस पर कंट्रोल कैसे होगा।

-आकाश

अराजकता का माहौल लगातार बढ़ रहा है। खासतौर पर लड़कियों और महिलाओं के साथ होने वाली छेड़खानी की घटनाएं अक्सर समाचार पत्रों में पढ़ने को मिलती है। इस पर भी नियंत्रण होना चाहिए।

-उदित

शहर ही नहीं अपितु रूलर एरिया में भी आपराधिक घटनाओं में इजाफा हुआ है। अपराधियों के हौसले बुलंद है। पुलिस को अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए कठोर कदम उठाने चाहिए।

-इन्द्रदेव