पिटाई के बाद बाल संरक्षण गृह से मासूम को परिजनों को सौंप दिया था

अब घर से भी गायब हो गया, कहां गया, किसी को नहीं पता?

विभाग झाड़ रहा पल्ला, सीडब्ल्यूसी को नहीं है बच्चे की जानकारी

Meerut। पिटाई के बाद मासूम को बाल संरक्षण गृह से बाहर कर दिया गया। बेहद आश्चर्यजनक है कि अब मासूम कहां है, किसी को नहीं मालूम? न परिजनों को और न चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) को। वीडियो वायरल होने के कुछ दिन बाद ही उसे संरक्षण गृह का स्टाफ मां के सुपुर्द कर आया था और अब वो अपनी मां के पास भी नहीं है। हां, कुछ लोगों ने कभी -कभी उसे सूरजकुंड स्थित संरक्षण गृह के आसपास देखा है।

घर पर नहीं है मासूम

संप्रेक्षण गृह के प्रभारी अधीक्षक कुलदीप सिंह द्वारा बाल संरक्षण गृह में रह रहे मासूम के साथ पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद आनन-फानन में प्रोबेशन विभाग ने मासूम को संरक्षण गृह से बाहर कर दिया। मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन के समीप स्थित झुग्गियों में जाकर जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने बुधवार को मासूम के बारे में जानकारी हासिल करनी चाही तो मालूम चला कि वो अब घर पर नहीं है। आसपास लोगों से पूछताछ के बाद जो कहानी सामने आई वो बेहद चौकाने वाली थी।

मां ने छोड़ी ममता

जानकारी में पता चला कि मासूम का पिता नशे का आदी है और जो कमाता है नशे पर खर्च कर देता है जबकि मासूम की मां किसी और के साथ रह रही है। मां ने ममता छोड़ी तो मासूम दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हो गया। ऐसे में सहारे की उम्मीद से कोई मासूम को संरक्षण गृह छोड़ गया। यहां पर पिटाई खाकर भी दो जून की रोटी मासूम को मिल रही थी किंतु वीडियो वायरल होने के बाद प्रोबेशन विभाग के अधिकारियों को वो भी रास नहीं आई।

ताकि न फंस जाए गर्दन

वीडियो वायरल होने के बाद डीएम अनिल ढींगरा ने कड़ा एक्शन लिया तो वहीं हाईकोर्ट, बाल संरक्षण आयोग, जिला प्रशासन समेत विभिन्न सरकारी इकाइयों ने अपने-अपने स्तर पर इस प्रकरण की जांच आरंभ कर दी। ऐसे में प्रोबेशन विभाग के अधिकारियों ने मिलीभगत से इस मासूम को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया। जानकारी के बाद मालूम चला कि मासूम मां के साथ नहीं रहना चाहता था, इसीलिए बार-बार घर से भागकर संरक्षण गृह तक पहुंच रहा था।

सीडब्ल्यूसी को नहीं जानकारी

इस संबंध में जब चाइल्ड वेलफेयर कमेटी से बात की गई तो उन्हें प्रकरण की जानकारी नहीं थी। सीडब्ल्यूसी की सदस्य डॉ। अनीता राणा ने बताया कि बच्चे के साथ मारपीट की घटना की उन्हें जानकारी नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दिनों सीडब्ल्यूसी के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों ने संरक्षण गृह का निरीक्षण किया था, बच्चों से बात भी की थी किंतु किसी ने भी मारपीट की शिकायत नहीं की। वहीं जानकारी यह भी मिली है कि पिछले दिनों मासूम को संरक्षण गृह के आसपास देखा गया है।

सीडब्ल्यूसी के आदेश के बाद बालक को मां के सुपुर्द कर दिया गया था। फिलहाल इससे ज्यादा जानकारी नहीं है।

एसके गुप्ता, डिप्टी सीपीओ, मेरठ मंडल