- मैच के लिए गुजरात लायंस फ्रेंजाइजी ने बुकिंग कराई थी, दो बार बदला सट्टेबाज का रूम

- होटल में कॉलगर्ल बुलाने का भी था प्लान, बुकीज को दे रहा था पल पल की जानकारी

- प्लेयर्स, टीम ऑफिशियल्स, फ्रेंचाइजी मालिक, खेल मंत्री, आईपीएल कमिश्नर के अलावा कई बड़े प्लेयर ठहरे थे

KANPUR: होटल लैंडमार्क के रूम नंबर 1733 से गिरफ्तार हुए बुकी एजेंट नयन रमेश शाह और उसके साथी विकास को होटल में आखिर एंट्री कैसे मिली ? यह बड़ा सवाल है? मालूम हो कि मैच के दौरान होटल में रूम्स की बुकिंग गुजरात लायंस की तरफ से कराई गई थी। होटल में प्लेयर्स के अलावा टीम ऑफिशियल्स, टीम के मालिक भी ठहरे हुए थे। इसके अलावा कई बड़े प्लेयर्स भी इस दौरान होटल में रुके हुए थे। होटल के ज्यादातर रूम्स फुल थे फिर भी नयन शाह को इतनी आसानी से सुईट मिला। बकौल एसएसपी पहले नयन शाह को 15वें फ्लोर पर रूम मिला था, लेकिन मैच से ठीक पहले उसे 17वें फ्लोर पर 1733 नंबर रूम में भेज दिया गया। नयन शाह तीन दिन से होटल में ही था इस दौरान आईपीएल कमिश्नर से लेकर खेलमंत्री तक होटल में आए। ऐसे में उसने किन लोगों से बातचीत इसको लेकर भी पुलिस जांच कर रही है?

बड़े नामों से होगी पूछताछ

एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि नयन शाह के पास से मिले एप्पल आईफोन के व्हॉट्सएप चैट से कई चीजें मिली है। मामले की जांच के लिए एसपी क्राइम को लगाया गया है। चैट में जिन दो खिलाडि़यों से सेटिंग होने की बात कही गई है। उनसे भी पूछताछ होगी। उसे होटल में कमरा कैसे मिला इसको लेकर होटल प्रबंधन से लेकर टीम ऑफिशियल्स से भी पूछताछ होगी। होटल की लॉबी की सीसीटीवी फुटेज निकलवाई जा रही है। जिससे पता चल सके कि वह किससे किससे मिला। इसके अलावा बरामद मोबाइलों को फोरेसिंक यूनिट के पास डाटा एनालिसिस के लिए भेजा गया है।

कॉलगर्ल भी बुलाई थी

मोबाइल चैट में नयन के होटल में कॉलगर्ल बुलाने की बात भी पता चली है। गिरफ्तार किए गए साथी विकास चौहान के जरिए उसने यह काम किया। दोनों में इसके रेट को लेकर भी बातचीत हुई। यह कॉलगर्ल नयन ने खुद के लिए बुलाई थी या किसी और के लिए इसको लेकर आगे पूछताछ की जा रही है।

पिच क्यूरेटर से सेटिंग का किया था प्रयास

चुन्नीगंज में रहने वाले रमेश को नयन शाह एक साल से जानता था। रमेश के मुताबिक मैच के दौरान ग्रीनपार्क के अंदर की मजदूरी करता था। पुलिस के मुताबिक मजदूरी के दौरान वह पिच का काम भी देखता था.नयन उसी के जरिए पिच की जानकारी लेता था। ग्रीनपार्क कि पिच में कम रन बनने की जानकारी नयन ने अजमेर में बैठे बुकी बंटी को दी थी। जिसके बाद तय हुआ कि मैच लो स्कोरिंग रहे इसके लिए पिच पर और पानी डलवाया जाए। पुलिस के मुताबिक इस काम के लिए पहले नयन ने पिच क्यूरेटर शिव कुमार से सेटिंग के प्रयास किए थे लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ। जिसके बाद उसने रमेश की मैदान इंट्री कराई।

पानी डलवाने के 20 हजार

एसएसपी आकाश कुलहरि के मुताबिक नयन ने अपने मोबाइल से बुकी को कई बार ग्रीन पार्क की पिच पर पानी डालने की फोटो भेजी। रमेश से पूछताछ में पता चला कि उसने 5 बार पिच में पानी डाला था जिसके एवज में उसे 20 हजार रूपए मिले थे। हर बार पानी डालने की फोटो वह नयन को मोबाइल से व्हॉट्सएप कर देता था। वहीं जब पिच क्यूरेटर शिव कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने रमेश नाम के किसी भी शख्स के मैदान में काम करने की जानकारी से इंकार किया। शिव कुमार के मुताबिक मैच के 15 दिनों में पिच की निगरानी होती है उसकी डे टूडे रिपोर्ट भेजी जाती है। कितना पानी डालना है यह सब हम ही तय करते हैं।

हर मैच की कमाई लाखों में

लैंडमार्क होटल से गिरफ्तार नयन शाह अमजेर के बुकी बंटी और अफ्रीका से गुजरात रहने आए बुकी हनीफ के संपर्क में था। पुलिस के मुताबिक उसके मोबाइल से मुंबई में हुए एक मैच में भी पिच पर पानी डलवाने की फोटोज मिली है। उसका काम मैच से पहले पिच और उस शहर के मौसम की अपडेट देना होता था। इसके आधार पर टीमों के कौन कौन से खिलाड़ी है उनका इस तरह की पिचों में कैसा प्रदर्शन होगा इसे एनालाइज किया जाता था। इसी से दोनों टीमों को सट्टे का रेट तय होता था। इस काम के लिए नयन को हर मैच के लिए डेढ़ से दो लाख रूपए मिलते थे। उसका फ्लाइट से आने जाने का खर्च भी अजमेर में बैठा बुकी बंटी उठाता था।

बीसीसीआई की थी नजर

दरअसल इस पूरे मामले का खुलासा बीसीसीआई की एंटी करप्शन एंड सिक्यूरिटी कमेटी की सूचना पर ही हुआ। कमेटी के हेड और पूर्व दिल्ली कमिश्नर नीरज कुमार ने एसएसपी आकाश कुलहरि को लैंडमार्क होटल में सट्टेबाजी होने की जानकारी दी। जिसके बाद एसएसपी ने एसपी क्राइम को होटल में छापा मारने के निर्देश दिए।