- अभी यह पता नहीं रवि कौन है और कैसे मिला ममता से?

- रवि नाम के कई अपराधियों को अब तक स्कैन कर चुकी है पुलिस

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PATNA: ममता मर्डर केस को लेकर पटना पुलिस कई लेवल पर इंवेस्टिगेशन में लगी है। हालांकि अबतक हत्यारे तक नहीं पहुंच पाई है। शक की सुई रवि नाम के युवक पर है, जिसके उस शाम ममता के साथ होने की बात सामने आई है। पुलिस को रवि की तस्वीर भी हाथ लग चुकी है, जो सीसीटीवी फुटेज से ली गई है। यह सीसीटीवी फुटेज आदर्श नगर का नहीं है, बल्कि दूसरी जगह का है। उसमें वह सामने से नजर तो नहीं आ रहा, मगर उससे उसकी पहचान तो हो ही सकती है। पुलिस को अभी भी इस बात की पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है कि रवि है कौन और कहां का रहने वाला है। क्या रवि नाम के इस युवक ने अपना नाम बदल कर तो नहीं बताया था, क्योंकि इस केस में शामिल उपेन्द्र, सोनू, सूरज और मृतक ममता, किसी से भी उसका कोई कनेक्शन नहीं जुड़ पा रहा। फिलहाल पुलिस यह स्टैब्लिस्ट करने लगी है कि यह रवि आखिर है कौन?

ख्0 दिनों से ही था कांटैक्ट में

ममता मर्डर केस के इंवेस्टिगेशन में कई बातें सामने आई हैं। ममता और रवि के कॉल डिटेल निकालने से यह पता चला है कि ममता के कांटैक्ट में रवि सिर्फ ख्0 दिनों से ही था। इस दौरान कई बाद दोनों की बातें हुई। इससे पहले इस नम्बर पर दोनों की कभी बात नहीं हुई। खास बात यह भी है कि रवि और उपेन्द्र की भी बात कभी नहीं हुई, जबकि उपेन्द्र ने ही ममता से पांच लाख रुपए लिया था और पैसे मांगने पर उसने सोनू के सामने ही धमकी भी थी। सोनू और उपेन्द्र वैशाली के ही रहने वाले है। ममता भी वहीं की है। घटना होने के बाद से ही रवि और उपेन्द्र दोनों के मोबाइल बंद है। अब यह बात भी सामने आ रही कि आदर्शनगर कॉलोनी में घटना के वक्त तो रवि का लोकेशन मिल रहा और उसके बाद बोरिंग रोड तक मोबाइल लोकेशन मिल रहा, मगर उसके बाद से मोबाइल स्वीच ऑफ है।

सूरज से भी कनेक्शन का नहीं पता चला

पुलिस ने पहले पूछताछ के लिए सूरज और सोनू को हिरासत में लिया। इन लोगों ने ही रवि के बारे में जानकारी दी, मगर वे लोग भी रवि के बारे में नहीं कुछ नहीं जानते। पहले यह बात सामने आ रही थी कि रवि और सूरज एक ही कमरे में पार्टनर है, लेकिन यह गलत है। सूरज रवि को जानता भी नहीं वह तो उस दिन सिर्फ इंटरव्यू के लिए फार्म भरने के लिए ही गया था। चूंकि मृतक ममता अपनी बेटी प्रीति की शादी सूरज से करवाना चाहती थी। रिश्तेदारी के तौर पर सूरज की चचेरी बहन मृतक ममता के पति की पहली पत्‍‌नी थी। इसी लिहाज से वह सूरज को उस दिन साथ ले गई थी। पुलिस सोर्सेज की मानें, तो ममता रेलवे की नौकरी के लिए कुछ भी कर सकती थी, यह बात सिर्फ उपेन्द्र ही जानता था। हो सकता है कि उसने ही रवि से परिचय कराया हो, मगर यह भी अभी सिर्फ सोचने की बात है इसका कोई सबूत पुलिस को अबतक नहीं मिल पाया है। ये भी हो सकता है कि रवि एक किलर हो जो किसी से पैसे लेकर ममता की हत्या करने का जिम्मा लिया हो।

पर कुछ खास मिला नहीं

इस घटना के बाद पटना पुलिस की फाइलों में दर्ज कई ऐसे रवि की कुंडली अब तक पुलिस खंगाल चुकी है। कुछ जेल में बंद है और कई छोटे मोटे चोर हैं। इन सबसे पूछताछ के बाद भी कोई खास जानकारी नहीं निकल पाई है। आशंका है कि वह घटना के बाद से ही शहर से बाहर निकल चुका है। गौरतलब है कि क् सितम्बर को ममता नाम की महिला को तेज धारदार हथियार से काटकर बुद्धा कॉलोनी थाना के आदर्शनगर कॉलोनी में शाम करीब सात बजे हत्या कर दी गई थी।