-यशस्वी यादव का दावा, मुझे बनाया गया डीजीपी

- फेसबुक प्रोफाइल फेक या ओरिजनल, अभी पता नहीं

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LUCKNOW: अगर आप अथराइज नहीं है और पुलिस की कैप भर लगाते हैं तो इसे छल का अपराध माना जाता है, लेकिन जो रैंक में एसएसपी हो और खुद को डीजीपी बताये उसके खिलाफ क्या कार्रवाई होनी चाहिए? रैंक एसएसपी की और दावा डीजीपी होने का। यह दावा फेसबुक पर यशस्वी यादव के नाम से बनी प्रोफाइल पर। इस प्रोफाइल पर कानपुर के एसएसपी रहे यशस्वी यादव की कई फोटोग्राफ भी अपलोड हैं। सात मार्च के पोस्ट में इस प्रोफाइल पर लिखा है कि डियर ऑल माई फ्रेंड्स मुझे डीजीपी बना दिया गया है।

तो आखिर कौन है यूपी का डीजीपी

हम आप जानते हैं कि फरवरी की 28 तारीख को आनंद लाल बनर्जी को प्रदेश का नया डीजीपी बनाया गया था। फेसबुक के एक पेज पर दस दिन पहले के एक पोस्ट की चर्चा पुलिस मोहकमे में जोर-शोर से हो रही है। इस पोस्ट में खुद को डीजीपी होने का दावा किया गया है। नाम भी ऐसे शख्स का जो दस दिन पहले तक काफी पावरफुल माना जा रहा था। लोग कंफ्यूज हैं कि कहीं सच में तो ऐसा नहीं हो गया? लेकिन ऐसा पासिबिल ही नही हैं।

My brother अखिलेश यादव

इस प्रोफाइल पर एक फोटो भी अपलोड की गयी है जो कानपुर में पुलिस कंट्रोल रूम के उद्घाटन के मौके की है। इस फोटो के कैप्शन में लिखा गया है कि 'माई ब्रदर अखिलेश यादव'। यानी सीएम साहब का नाम भी इसमें इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन पुलिस इस प्रोफाइल पर कोई एक्शन लेती नहीं दिख रही है।

किसकी है प्रोफाइल

डियर माई आल फ्रेंड्स मुझे डीजीपी बना दिया गया है। यह फेसबुक पोस्ट है कल तक कानपुर के एसएसपी रहे यशस्वी यादव की फोटो के साथ फेसबुक पर मौजूद यशस्वी यादव की प्रोफाइल पर। यह प्रोफाइल असली है या नकली यह कहना तो मुश्किल है, लेकिन यह भी सच है कि इस प्रोफाइल पर मौजूद मैटेरियल यशस्वी यादव के कैरियर से काफी कुछ मैच कर रहे हैं।

उठ रहे कई सवाल

इस प्रोफाइल ने सबसे बड़ा सवाल यह पैदा कर दिया है कि आखिर यह किसकी हरकत है जो एक आईपीएस अधिकारी को मोहरा बना कर मजाक कर रहा है। फोटो यशस्वी यादव की और नाम यशस्वी यादव। करेंट सिटी कानपुर, वर्क एण्ड एजुकेशन यूपी पुलिस, डीजीपी। हिस्ट्री फोटोग्राफ कानपुर के कई पुराने गुडवर्क की। अंतर सिर्फनाम में और डेट आफ बर्थ में। ऐसे में संदेह होना वाजिब है कि अगर यह यशस्वी यादव की प्रोफाइल है तो डिटेल में हेराफेरी क्यों? और अगर उनकी प्रोफाइल नहीं है तो फिर यह मजाक कौन कर रहा?

प्रोफाइल किसकी है इसे चेक कराया जाएगा। अगर किसी ने फर्जी प्रोफाइल बनायी है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- मुकुल गोयल

एडीजी लॉ एण्ड आर्डर, यूपी।