गले नहीं उतर रहा गुडवर्क

पब्लिक के बढ़ते दबाव के चलते सोनम हत्याकांड को पुलिस ने चौबीस घंटे में केस भले खोल दिया है, लेकिन उनका गुडवर्क किसी के गले नहीं उतर रहा है। खुद सोनम के पिता ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा दिया है। उसको शक है कि पुलिस ने दिव्याकांड की तरह इसमेंं भी निर्दोष को जेल भेज दिया है। जिसको लेकर दूसरे दिन भी पुलिस के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया। वहीं, पुलिस जांच का बहाना बनाकर कुछ बोलने से बच रही है।

मीडिया के सामने क्यों नहीं लाए?

सोनम को श्रृद्धांजलि देने वालों का बुधवार को भी उसके घर तांता लगा रहा। समाजसेवी संगठनों से जुड़े लोगों के साथ नेताओं ने भी पीडि़त परिवार को सांत्वना दी। बातचीत में सोनम के पिता ने बताया कि पुलिस के गुडवर्क से संतुष्ट नहीं है। पुलिस की नीयत साफ होती तो वे आरोपी को मीडिया के सामने जरूर पेश करते। उसको जेल भेजने में इतनी जल्दबाजी क्यों की गई। सोनम के पिता का कहना है कि शंकर को फर्जी फंसाया गया है।

तो आखिर सच क्या है

सोनमकांड में पुलिस और प्रशासन के बयान में विरोधाभाष है। एडीएम सिटी अविनाश सिंह ने ट्यूजडे को मीडिया को बयान दिया था कि अभी एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसके घर से बरामद लुंगी से खून मिला है। उसने दो लोगों के नाम बताए हैं। उसने बयान दिया है कि रेप उसने नहीं किया है, बल्कि वह रेप करने वालों को जानता है। उस समय उनके साथ एसपी भी मौजूद थे। वहीं एक घंटे बाद एसएसपी ने बजरिया थाने में केस का खुलासा करते हुए कहा कि शंकर ने ही रेप के बाद मर्डर किया था। उन्होंने एडीएम सिटी के बयान को सिरे से खारिज कर दिया।