- मेकिंग चार्ज सुनकर ही लोग बाजार में हो रहे कन्फ्यूज

- सारा खेल बीआईएस अप्रूव्ड होने और न होने का

LUCKNOW: गोल्ड का रेट फ्राइडे को लखनऊ में 27000 रुपए प्रति दस ग्राम रहा। लेकिन, इसके आगे मेकिंग चार्ज कोई ज्वैलर 600 रुपए तो कोई 150 रुपए वसूल रहा है। इस कारण लखनऊ की मार्केट में अलग-अलग रेट्स से ज्वेलरी बिक रही हैं। हर ज्वैलर अपनी ज्वैलरी को शुद्ध बता रहा है। ऐसे में कस्टमर कन्फ्यूज है। आखिर वह किसकी तरफ जाए। दूसरी तरफ गोल्ड की लगातार गिरती कीमतों का सभी फायदा उठाने को आतुर हैं।

यह अंदर की बात है

दरअसल, मार्केट में दो प्रकार की ज्वैलरी है। एक बीआईएस अप्रूव्ड, जिसमें मेकिंग चार्जेस लगभग 600 रुपए प्रति ग्राम हैं और दूसरी नॉन बीआईएस अप्रूव्ड जिसमें मेकिंग चार्जेस 120 से 200 रुपए प्रति ग्राम हैं। इस समय 27000 का 10 ग्राम गोल्ड अगर आपने बीआईएस अप्रूव्ड लिया तो वह लगभग 33000 रुपए का पड़ रहा है। वहीं, बिना अप्रूव्ड वाला लगभग 27500 से 28 हजार में ही 10 मिल जा रहा है। 10 ग्राम सोने में इतना अंतर देखकर कस्टमर भी चकरा जाता है। आज हम बताते हैं कैसे करें सोने की पहचान

लें बीआईएस अप्रूव्ड ज्वैलरी

केन्द्र सरकार ने सोने-चांदी में मिलावट और धांधली के चलते ही ज्वैलरी की शुद्धता के लिए बीआईएस अप्रूव्ड ज्वैलरी का कांसेप्ट लांच किया। जिसमें हर एक ज्वैलरी में 5 निशान होते हैं। इन निशानों को देखकर ही ज्वैलरी खरीदें। यह शुद्धता का प्रतीक है, लेकिन ध्यान रहे कि हर ज्वैलरी में 5 निशान जरुर हों। सभी ज्वैलर्स के पास बीआईएस का लाइसेंस भी नहीं है। इसलिए बीआईएस की वेबसाइट http://www.bis.org.in/ पर जाकर इन ज्वैलर्स के बारे में भी जानकारी ली जा सकती है। वर्तमान में सिटी में लगभग क्भ् बीआईएस अप्रूव्ड ज्वैलर्स हैं लेकिन सिर्फ भ्-म् में ही बीआईएस अप्रूव्ड ज्वैलरी बिक रही है। मार्केट में भारतीय मानक ब्यूरो से अप्रूव्ड ज्वैलरी है जिसमें भ् निशान होती हैं। यह प्योरिटी की पहचान हैं। जिसका लाइसेंस भी सभी ज्वैलर्स के पास नहीं है। भारतीय मानक ब्यूरो से हॉल मार्क लाइसेंस वाले ज्वैलर्स के बारे में जानकारी मिल जाएगी।

बीआईएस को ही बैंक से लोन

अगर आपको बैंक से लोन लेकर ज्वैलरी लेनी है या फिर अपने गोल्ड पर बैंक से लोन लेना है तो वह बीआईएस अप्रूव्ड ज्वैलरी पर ही मिलेगा। आरबीआई ने सभी बैंको को सर्कुलर जारी कर सिर्फ बीआईएस को लोन देने के निर्देश दिए हैं।

और गिरेंगे रेट्स

अभी सोने के रेट्स और गिरेंगे। ऐसा

इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड की कीमतों में आ रही लगातार गिरावट और एशियन कंट्रीज में डिमांडमें आ रही कमी के कारण इंडिया में भी कीमती में अभी और गिरावट की सम्भावना है। मार्केट एक्सप‌र्ट्स की माने तो अभी गोल्ड के रेट्स ख्7 हजार से और नीचे आ सकते हैं।

यह पांच मार्क हैं जरूरी

क्। प्योरिटी मार्क -9क्.म् या 7भ्

ख्। हॉल मार्क सेंटर का लोगो

फ्। ज्वैलर का लोगो

ब्। मैन्युफैक्चरिंग का वर्ष

भ्। बीआईएस का ट्रैंगल

ऐसे बचें

इसमें पांच निशान होते हैं। एक बीआईएस का। दूसरा प्योरिटी का जो 7भ् या फिर 9क्.म् हो सकता है। इन अंकों को देखना जरुरी है कई बार ज्वैलर 7भ् वाली ज्वैलरी 9क् बता कर बेच देते हैं। अगर आपने ध्यान न दिया तो आप धोखा खा सकते हैं और जब आप रिप्लेसमेंट के लिए जाएंगे तो आपको इस धोखाधड़ी की जानकारी मिलेगी।

हाल मार्क ज्वैलरी कस्टमर्स के फायदे का सौदा है। इसमें भ् निशान देखकर ही खरीददारी करें। यह भारतीय मानक ब्यूरो से अप्रूव है। इसमें किसी प्रकार की चीटिंग की सम्भावना नहीं है और क्00 परसेंट वापसी है।

पवन कुमार केसरवानी, भूप नारायन पवन कुमार सर्राफ

कस्टमर ज्वैलरी को देख समझ कर लें। मेकिंग चार्ज क्भ्0 से ख्00 रुपए हैं। हॉल मार्क या बिना हॉल मार्क दोनो ही ज्वैलरी सही हैं और कहीं से खरीदना बुरा नहीं है। बस रेट टैग देखें और प्योरिटी को इंश्योर कर ही गोल्ड लें। क्00 परसेंट प्योर तो केवल बिस्किट या प्योर गोल्ड ही होता है।

आदिश जैन, जैन ज्वैलर्स