सब हो रहे थे आकर्षित
शिव पुराण में भोले बाबा के द्वारा शेर की खाल पहनने के पीछे की कहानी का विविरण किया गया है। इसके मुताबिक एक बार शिव जी नग्न अवस्था में जंगलों में घूम रहे थे। जंगल में घूमते-घूमते वो एक गांव पहुंच गए जहां पर उनको इस अवस्था में देखकर सब चकित थे। गांववालों को समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर ये कौन है जो ऐसे बिना किसी वस्त्र के घूम रहा है। गांव की तमाम महिलाएं उनकी तरफ आकर्षित हाने लगी। इस बात से शिवजी अनजान थे और वो नग्न अवस्था में ही गांव में घूमते रहें।
तो इसलिए भगवान शिव पहनते हैं शेर की खाल
क्रोधित हुए
शिवजी की इस हरकत को देखकर गांव में रहने वाले सभी साधु-संत नाराज हो गए और उन्होंने उनको सबक सिखाने का फैसला लिया। उन लोगों ने शिवजी के रास्ते में गड्डा कर दिया और उसमें एक शेर को उनको मारने के लिए छोड़ दिया। लेकिन उनकी इस चाल पर शिवजी ने पानी फेर दिया। उन्होंने कुछ ही मिनटो में शेर को मार ड़ाला और उसकी खाल को पहन लिया। इस तरह से शेर की खाल को पहनना बुराई पर अच्छाई का प्रतीक बन गया और शिवजी के साथ जुड़ गया। इस घटना के बाद गांववालों को इस बात का आभास हुआ कि ये कोई आम इंसान नहीं भगवान हैं।

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