कौशांबी के बिहका गांव में सामने आई सनसनीखेज वारदात

अवैध संबंध के शक में पति ने दिया वारदात को अंजाम

फिल्मी स्टाइल में पुलिस को खुद ही फोन कर दी सूचना

kaushambi@inext.co.in

CHAYAL (18 March): पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र के बिहका गांव में गुरुवार रात एक पति ने गर्भवती पत्‍‌नी समेत तीन बेटियों को पेट्रोल व मिट्टी का तेल छिड़ककर जिंदा जला दिया। पति को शक था कि उसकी पत्‍‌नी का किसी और से संबंध है। आग की लपटों से घिरी पत्नी और बेटियों की चीख-पुकार से बेखबर हैवान बन चुके युवक ने अपने सेलफोन से ही पुलिस को खबर दी। पुलिस जब तक घर पहुंचती, सभी की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने पति को हिरासत में ले लिया है।

12 साल पहले हुई थी शादी

गर्भवती पत्‍‌नी व तीन बेटियों को जिंदा जलाया बिहका गांव के कंचन रैदास ने। वह पेशे से मजदूर है। 12 साल पहले उसकी शादी इलाहाबाद के लालापुर थाना क्षेत्र के नौढि़या तरहार गांव के स्व। मिठाई लाल की बेटी गौरी (30) के साथ हुई थी। कंचन की तीन बेटियां तरन्नुम (11), तराना (9) और तिरसा (6) थीं। गौरी के चरित्र को लेकर कंचन हमेशा शक किया करता था। गौरी ने इसे दूर करने का अपने स्तर पर प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। इसे लेकर रोज के झगड़े से आजिज आकर गौरी बच्चों को लेकर मायके चली गई थी।

पुलिस के हस्तक्षेप पर लौटी ससुराल

मायके जाने के बाद गौरी किसी भी कीमत पर ससुराल लौटने को तैयार नहीं थी। रिश्तेदारों की मदद से बात नहीं बनी तो कंचन ने पुलिस का सहारा लिया। पंचायत हुई तो उसने भरोसा दिलाया कि अब वह ऐसी कोई हरकत नहीं करेगा। पुलिस के सामने भरोसा मिलने पर गौरी ने बच्चियों के साथ ससुराल लौटना तय किया। इसके बाद एक पखवारे तक सब कुछ ठीक चला लेकिन कंचन के दिमाग में घुसा शक का कीड़ा नहीं निकला। उसने गुरुवार को ही पत्‍‌नी व बेटियों को मौत के घाट उतारने का इंतजाम कर लिया था। कंचन ने पुलिस को बताया कि रात दो बजे उसने अपनी बाइक से पेट्रोल निकाला और उसे मिट्टी के तेल में मिक्स कर दिया। इसके बाद कमरा बंद करके उसने इसे गर्भवती पत्‍‌नी व बच्चों पर छिड़ककर आग के हवाले किया और बाहर निकल गया।

पड़ोसी पहुंचे तो भाई के घर भागा

आग की लपटों से घिरी गौरी व बच्चों की चीख पर पड़ोसी उसके पड़ोसी घर पहुंचे तो कंचन अपने भाई के यहां भाग गया। वहीं से उसने फोन करके पुलिस और अपने रिश्तेदारों को खबर दी। पुलिस हिरासत में कंचन ने बताया कि उसकी पत्नी का चरित्र अच्छा नहीं था। इसी वजह से उसने अपनी बीवी व उसकी निशानी को खत्म कर दिया। कंचन को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था। वह बार-बार यही कहता था कि वह पत्‍‌नी को समझाते-समझाते थक चुका था। उसे मौत के घाट उतारने के अलावा उसके पास कोई चारा नहीं बचा था। पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कंचन का पोस्टमार्टम इलाहाबाद में हुआ। पोस्टमार्टम के बाद ही उसके गर्भवती होने का पता चला।

कंचन पकड़ा गया है। उसने बताया कि पत्‍‌नी का चरित्र ठीक नहीं था। इसी वजह से उसने यह घटना अंजाम दी। बच्चों को क्यों मारा? पर उसका कहना था कि मुझे फांसी होती तो बच्चियों की दुर्दशा होती। इसी वजह से बच्चों को भी मार डाला।

-वीके मिश्र,

एसपी कौशांबी

एक नजर में घटनाक्रम

कंचन रैदास की शादी 12 साल पहले इलाहाबाद के लालापुर थाना क्षेत्र के नौढि़या तरहार गांव के स्व। मिठाई लाल की बेटी गौरी के साथ हुई थी

कंचन की तीन बेटियां तरन्नुम (11), तराना (9) और तिरसा (6) थीं

साल भर से कंचन को अपनी पत्‍‌नी के चरित्र पर शक करने लगा था

रोज के झगड़े से आजिज गौरी बच्चों को लेकर मायके चली गई थी

करीब पखवारे भर बाद कंचन ससुराल गया और पुलिस के हस्तक्षेप पर पत्‍‌नी व बच्चों को घर ले आया

गुरुवार को ही पत्‍‌नी व बेटियों को मौत के घाट उतारने का इंतजाम कर लिया था

वह घर पर पांच लीटर मिट्टी का तेल लेकर पहुंचा था

रात 10 बजे उसने पत्नी, बच्चों के साथ खाना खाया

रात दो बजे उसने अपनी बाइक से करीब दो लीटर पेट्रोल निकाला और उसे भी मिट्टी के तेल में मिक्स कर दिया

अंदर से कमरा बंद करके पत्नी और बच्चों पर तेल छिड़का व आग लगाकर बाहर भाग गया