-सुरागरशी के लिये एटीएस की एक टीम ने अमरोहा में डाला डेरा

-सुहैल के मदरसे के छात्रों पर भी नजर, गतिविधियों की हो रही जांच

LUCKNOW : दिल्ली व यूपी में एनआईए व यूपी एटीएस की छापेमारी में आईएसआईएस के हरकतउल-हर्ब-ए-इस्लाम मॉड्यूल का खुलासा होने व 10 संदिग्ध आतंकियों के अरेस्ट होने के बाद एटीएस अलर्ट मोड में आ गई है। भारी तादाद में असलहा व विस्फोटक की बरामदगी ने यूपी एटीएस समेत राज्य की सुरक्षा एजेंसियों को हैरान कर दिया है। इसी के मद्देनजर यूपी एटीएस की टीम ने अमरोहा में डेरा डाल दिया है। सूत्रों का कहना है कि यह टीम जल्द ही मॉड्यूल के सरगना मुफ्ती मोहम्मद सुहैल की पत्‌नी से भी पूछताछ की तैयारी में है। साथ ही उसके मदरसे के छात्रों पर भी कड़ी निगाह रखी जा रही है।

 

मायके में थी सुहैल की पत्‌नी

एटीएस सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार-बुधवार को हुई छापेमारी के दौरान अमरोहा में सरगना मुफ्ती मोहम्मद सुहैल को जिस वक्त दबोचा गया, वह घर पर अकेला था। जिसे टीमें अपने साथ दिल्ली ले गई। उसकी पत्‌नी राफिया अपने मायके में थी। बताया गया कि पूछताछ में सुहैल ज्यादा सहयोग नहीं कर रहा और कई सवालों के जवाब नहीं दे रहा है। जिसे देखते हुए एटीएस टीम ने अब राफिया से पूछताछ की योजना बनाई है। एटीएस टीम ने इसके लिये अमरोहा में डेरा डाल दिया है। टीम का मानना है कि राफिया के पास सुहैल व उसकी करतूतों के राज हो सकते हैं, जिनसे मॉड्यूल की पहुंच और उसके नेटवर्क की पर्ते खुल सकती हैं।

 

मदरसा छात्र भी राडार पर

मुफ्ती मोहम्मद सुहैल अमरोहा में मदरसे में छात्रों को अरबी तालीम देता था। बताया गया कि इस मदरसे में छात्रों में कट्टरवाद भरा जाता था। आशंका है कि सुहैल की तालीम से कुछ मदरसा छात्र भी भटक सकते हैं। यही वजह है कि एटीएस टीम मदरसे के छात्रों की गतिविधियों पर नजर रख रही है। इसके लिये लोकल इंटेलिजेंस यूनिट को भी लगाया गया है। इसके अलावा यह भी पता करने की कोशिश की जा रही है कि कौन-कौन से छात्र सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं और उनकी उस पर क्या-क्या गतिविधियां हैं।

 

इरशाद के परिजन सामने आए, बताया निर्दोष

मुफ्ती मोहम्मद सुहैल के साथ दबोचे गए संदिग्ध आतंकी इरशाद के परिजन गुरुवार को सामने आए। इरशाद बड़े भाई औरंगजेब ने कहा कि इरशाद को साजिश के तहत फंसाया गया है। वहीं उसकी पत्नी शबनम का कहना है कि छह महीना पहले पति के ऑटो में किसी ने गोमांस रख दिया था। उस मामले में तो वह जेल गए थे। उसके बाद से वह केवल ऑटो चलाकर परिवार पाल रहे थे। दोनों ने इस संबंध में गृह मंत्रालय को पत्र भेज निष्पक्ष जांच की मांग की है।