देहरादून: पीएम नरेंद्र मोदी की डिजिटल इंडिया योजना के तहत अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के विधानसभा क्षेत्र की दूधली ग्राम पंचायत भी वाई-फाई से लैस होगी। गांव में तेजी से काम हो रहा है। कॉमन सर्विस सेंटर ने यहां काम करना शुरू कर दिया है। गांव पूरी तरह वाई-फाई टेक्नीक से लेस होगा, जिसके लिए सर्वे कर लिया गया है।

 

जीआईसी दुधली वाई-फाई जोन से लैस होगा

मिड सिटी से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर है दूधली गांव। गांव को डिजिटली डेवलप करने के लिए युवा समाज सेवी अजय कुमार ने पीएम की डिजिटल योजना के तहत पहली जून को पीएमओ को पत्र लिखा था। पीएमओ ने गांव को डिजिटली डेवलप करने के लिए हामी भरी और गांव में इसके लिए सर्वे पूरा करा लिया गया है। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स के तहत सीएससी ई-गवर्नमेंट ने मंडे को सर्वे पूरा किया। बताया गया है कि इसके लिए वाई-फाई के लिए पोल स्थापित किए जाएंगे। ग्राम प्रधान के मुताबिक वाई-फाई फैसिलिटी से करीब इलाके की 7 हजार जनसंख्या लाभान्वित होगी।

 

गांव में मिलेंगी यह सुविधाएं

- वाई-फाई फैसिलिटी के कारण विभिन्न दस्तावेजों से आधार लिंक की सुविधा।

- गांव नें ही बन सकेंगे जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र।

- सस्ती दरों पर मिलेगी इंटरनेट की सुविधा।

- टेली-मेडिसिन जैसी सुविधा का भी मिलेगा लाभ।

- सीएससी से 10 रुपए के इंटरनेट कूपन से मिलेगा 500 एमबी का डाटा 10 दिनों के लिए।

- गांव में लगाए जाएंगे 4 से 8 हॉट-स्पॉट इंटरनेट पोल।

 

 

दून की कुल 116 ग्राम पंचायतें वाई-फाई से जुड़ेंगी

सीएससी के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर राजेश तिवारी के अनुसार दून में अब तक 54 ग्राम पंचायतों में वाई-फाई का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो चुका है। जबकि 12 ऐसी ग्राम पंचायतें हैं, जहां वाई-फाई से जोड़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसी प्रकार से केंद्र की वाई-फाई चौपाल योजना के तहत दून के 50 ऐसे गांवों को चुना जाना है। इस प्रकार से पहले चरण में दून जिले के कुल 116 ग्राम पंचायतें होंगी, जो वाई-फाई सुविधा से जुड़ जाएंगी। राजेश तिवारी ने बताया कि सूबे में अब तक 9 ग्राम पंचायतें डिजिटल गांव में शामिल हो पाई हैं। इनमें आठ हरिद्वार व एक गांव चमोली में घेस ग्राम पंचायत शामिल है।