- एसओजी, फॉरेस्ट और पुलिस की टीम ने दबोचा 3 आरोपी

- 11 किलो 600 ग्राम बाघ की हडि़्डयां बरामद

- नेपाल ले जाई जा रही थी बाघ की हड़्िडयां

चम्पावत : भारत से नेपाल वन्यजीवों की तस्करी जमकर हो रही है। ट्यूजडे शाम को पुलिस, एसओजी और फॉरेस्ट की टीम ने नेपाल बॉर्डर पर बाघ की हड़्िडयों के साथ एक आरोपी को अरेस्ट किया जो उन्हें नेपाल बेचने की फिराक में था। उसकी निशानदेही पर दो वन गूर्जर भी वेडनसडे को अरेस्ट किये गए, इन्हीं से आरोपी को बाघ की हड़्िडयां मिली थीं। तीनों के खिलाफ वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।

नेपाल में बेचने की थी प्लानिंग

ट्यूजडे शाम इन्फॉर्मर से मिले इनपुट पर पुलिस, एसओजी और फॉरेस्ट की ज्वाइंट टीम ने नेपाल जाने वाले गड़ीगोठ मार्ग पर एक की तलाशी ली तो उसके पास बैग से 11.600 किलो बाघ की हड्डियां बरामद हुईं। पूछताछ में उसने अपना नाम रईस अहमद सलमानी पुत्र नजर अहमद सलमानी निवासी सितारगंज(ऊधमसिंहनगर) बताया। आरोपी ने बताया कि बाघ की हड्डियां उसे वन गुर्जर निक्का व विक्की निवासी चोरगलिया, नैनीताल ने लाकर दी थी, जिन्हें वह गड़ीगोठ के रास्ते नेपाल बेचने के लिए ले जा रहा था। रईस की निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथियों सुलेमान पुत्र मोहम्मद मुस्तफा उर्फ निक्का गूजर और मोहम्मद सगीर पुत्र गुलाम अली उर्फ विक्की को भी दबोच लिया। बनबसा थानाध्यक्ष जसबीर सिंह चौहान ने बताया कि रईस अहमद ने बरामद बाघ की हड्डियों को नेपाल ले जाने की बात स्वीकारी है, जिससे वन्य जीवों की तस्करी में अंतरराष्ट्रीय तस्करों की सक्रियता के संकेत मिले हैं। पकड़ी गई बाघ की हड्डियां और अवशेष परीक्षण के लिए वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून भेजे जाएंगे। वन्य जीव संस्थान देहरादून भेजे जाएंगे।