भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की तरफ़ से लगे आजीवन प्रतिबंधन के बावजूद मोदी ने 19 दिसंबर को होने वाले चुनाव के लिए अपनी दावेदारी पेश की है.

ललित मोदी के नामांकन के बाद बीसीसीआई ने धमकी दी है कि अगर राजस्थान क्रिकेट संघ में ललित मोदी की वापसी होती है तो राज्य क्रिकेट संघ को निलंबित किया जा सकता है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार  ललित मोदी के वकील महमूद आब्दी ने उनका नामांकन पत्र दाखिल किया जबकि ख़ुद आब्दी राजस्थान क्रिकेट संघ के उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव में उतरे हैं.

नामांकन पत्रों की जांच मंगलवार को होगी जबकि बुधवार नाम वापस लेने का आखिरी दिन होगा. इसके अगले दिन गुरुवार को चुनाव होगा.

'प्रतिबंध लागू नहीं'

दूसरी तरफ़ बीसीसीआई ने राजस्थान क्रिकेट संघ के मौजूदा अध्यक्ष सीपी जोशी को एक पत्र लिख कर मोदी के नामांकन पर विरोध दर्ज कराया है.

"हम उन्हें याद दिलाना चाहते हैं कि बीसीसीआई के नियमों के अनुसार आरसीए समेत सभी सदस्यों को बीसीसीआई के हित में लिए गए फैसलों को मानना होगा, खास तौर से उन्हें जो अनुशासनात्मक कार्यवाही से जुड़े हैं."

-बीसीसीआई का पत्र

पत्र में कहा गया है, “हमें पता चला है कि नागौर क्रिकेट संघ ने ललित मोदी को अपना अध्यक्ष बना दिया है. हम उन्हें याद दिलाना चाहते हैं कि बीसीसीआई के नियमों के अनुसार आरसीए समेत सभी सदस्यों को बीसीसीआई के हित में लिए गए फैसलों को मानना होगा, खास तौर से उन्हें जो अनुशासनात्मक कार्यवाही से जुड़े हैं.”

मोदी को बतौर आईपीएल कमिश्नर उनके कार्यकाल में वित्तीय अनियमितताओं का दोषी पाया गया था जिसके बाद बीसीसीआई ने उन्हें आजीवन क्रिकेट मामलों से प्रतिबंध कर दिया था.

वहीं मोदी के वकील का कहना है कि आरसीए राजस्थान खेल अधिनियम से संचालित है, इसलिए बीसीसीआई की ओर से लगाया गया प्रतिबंध मोदी पर लागू नहीं होता है.

2005 में वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री रहते ही राजस्थान खेल अधिनियम बनाया गया था. अब हालिया चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने के बाद राजस्थान की कमान फिर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के हाथों में है.

आरसीए के चुनाव में कुल 33 मतदाता हैं यानी हर जिले का एक मत है.

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