शुरू हुआ काम

गांधी बाग के संवरने का काम शुरू हो गया है। पेड़ों की कटाई छंटाई से लेकर छोटे-छोटे पौधों को बराबर करने तक का काम मालियों ने शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार सभी पड़ों की बढ़ी हुई टहनियों की वजह से काफी तरह की दिक्कतें होनी शुरू हो गई। घूमने वालों को काफी परेशानी होती थी। कैंट बोर्ड के अधिकारियों की माने तो पिछले दस सालों से पेड़ों पर इस तरह से काम नहीं हुआ था।

दिया गया था नोटिस

पांच दिन पहले गांधी के बाग के सुपरवाइजर को कैंट बोर्ड के सीईओ ने नोटिस जारी किया था। जिसमें साफ लिखा गया था कि मानसून के बाद गांधी बाग के पेड़ों और बढ़ी हुई घास की कटाई-छंटाई क्यों नहीं शुरू की गई। जिसके बाद से गांधी बाग में काम होना शुरू हुआ।

100 कुंतल लकड़ी का इंतजाम

जानकारी के अनुसार गांधी बाग में पेड़ों की कटाई छंटाई और झाड़ फूस की कटाई के बाद 100 कुंतल लकड़ी निकलने का अनुमान है। जिसे बढ़ती सर्दी में अलाव जाने के काम में लिया जाएगा। जिससे कैंट बोर्ड को काफी फायदा होगा। कैंट बोर्ड के अधिकारियों की माने तो अलाव में कैंट बोर्ड 15 दिसंबर के बाद से पूरी जनवरी तक 300 कुंतल लकड़ी खर्च होती है।

थीम बेस्ड होगा पार्क

कैंट बोर्ड सूत्रों की माने तो बाग की कटाई छंटाई पूरी होने के बाद इसे थीम बेस्ड पार्क बनाने की भी चर्चा है। 27 एकड़ के एरिया में फैले इस पार्क में अलग-अलग सेक्शन होंगे। बच्चों के खेलने के लिए अलग जगह होने के अलावा बड़ों के घूमने की जगह लगभग होगी। साथ ही फूलों को लगाने और बैठने के लिए अलग से जगह होने की खबर सुनने में आ रही है।

'गांधी बाग को सीजन के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। हर सीजन में लगभग तरह के फूल पौधे लगाए जाएंगे.'   

- एमए जफर, पीआरओ, कैंट बोर्ड