- आरोपी ट्यूटर के खिलाफ छात्राएं हुई लामबंद, कार्रवाई की मांग

- कई और लड़कियों ने लगाए गंभीर आरोप, पढ़ने से किया इंकार

- स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रार, प्रो। वीसी को दोपहर तक घेरे रखा

- ग्यारह महीने के कांट्रेक्ट पर था आरोपी, कार्रवाई तय

Meerut: यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट में छात्रा से छेड़खानी करने वाले और विरोध पर मारपीट करने वाले आरोपी ट्यूटर की सेवाएं समाप्त कर दी गई, जिसको लेकर कैंपस में दिनभर हंगामा होता रहा। पीडि़त छात्रा डिपार्टमेंट की अन्य स्टूडेंट्स ने भी पूरा साथ दिया। इकट्ठा होकर सभी रजिस्ट्रार के पास पहुंची। इसके बाद प्रो। वीसी का घेराव किया। जहां मौजूद कई छात्राओं ने आरोपी ट्यूटर पर गंभीर आरोप लगाए। साथ ही उसको डिपार्टमेंट से बाहर करने और ब्लैक लिस्टेड करने की मांग की। आरोपी के खिलाफ लामबंद हुई छात्राएं कार्रवाई को लेकर तब तक अड़ी रहीं, जब तक उनको लिखित में नहीं मिला।

यह था मामला

कैंपस में स्थित लॉ डिपार्टमेंट में एलएलएम की एक स्टूडेंट ने ट्यूटर मनोज मलिक पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। साथ ही उसने थाने में आरोपी के खिलाफ फोन पर अश्लील बातें करना और डिपार्टमेंट में शिकायत लेकर पहुंचे उसके पति के साथ मारपीट व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए मुकदमा कायम कराया था। इस मामले ने मंगलवार को और तूल पकड़ लिया। जहां आरोपी के खिलाफ डिपार्टमेंट की सभी स्टूडेंट्स लामबंद हो गई। इकट्ठा होकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर रजिस्ट्रार और प्रो। वीसी का घेराव किया।

यह हैं आरोप

ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स ने प्रो। वीसी जेके पुंडीर और रजिस्ट्रार मनोज कुमार के सामने अपनी शिकायतें रखी। जहां पीडि़त छात्रा अपनी सास के साथ पहुंची थी। इन स्टूडेंट्स का आरोप है कि लॉ डिपार्टमेंट में पढ़ाने वाले प्रवक्ता मनोज मलिक आए दिन लड़कियों से फोन पर अश्लील व्यवहार करते हैं। साथ ही छात्राओं के नंबर बढ़वाने का लालच देकर उनको यौन रूप से प्रताडि़त करते हैं। उनके इस व्यवहार से सभी ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स कुंठित और व्यथित हैं। पीडि़त स्टूडेंट को आरोपी मनोज मलिक पिछले दस दिन से परेशान कर रहा था। जिसको लेकर एचओडी केके मित्तल व डीन से भी शिकायत की गई थी।

पुराना खेल है

छात्राओं ने प्रो। वीसी के सामने कई गंभीर आरोप लगाए। जहां ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स ने खुलकर कहा कि आरोपी मनोज मलिक छात्राओं को नंबर बढ़वाने का झांसा देता है। साथ ही अश्लीलता करता है। उसके द्वारा कई पीडि़त लड़कियां मौके पर मौजूद थी। जिन्होंने बदनामी के डर से इस बारे में किसी से शिकायत नहीं की। प्रजेंट में मौजूद पीडि़त लड़की शादीशुदा है और एक अच्छे परिवार से है। इसलिए वह डरी नहीं और उसने केस दर्ज करवा दिया। इस बीच जब जांच की बात कही गई तो स्टूडेंट्स ने साफ कहा कि इसके खिलाफ कई मामले चल रहे हैं। जिसमें केवल जांच बैठाई गई, लेकिन आजतक हुआ कुछ नहीं।

लिखित में कार्रवाई पर अड़ी

रजिस्ट्रार व प्रो। वीसी ने आरोपी के निलंबन और उसको निकालने का आश्वासन दिया। इन सभी ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स ने इस कार्रवाई को लिखित में मांगा। जिसको लेकर सुबह से लेकर दोपहर बाद तक सभी ग‌र्ल्स रजिस्ट्रार के सामने बैठी रहीं। उनका कहना है कि आरोपी का कांट्रेक्ट भी यूनिवर्सिटी से खत्म हो गया है। अब वे उससे पढ़ना नहीं चाहती। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो ताकि अन्य छात्राओं का शोषण ना कर सके। लिखित में निर्देश मिलने के बाद ही सभी स्टूडेंट्स ऑफिस से बाहर आए।

सेवा समाप्त, जांच शुरू

प्रो। वीसी जेके पुंडीर के अनुसार इस मामले में उन्होंने आरोपी मनोज मलिक की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। साथ ही तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है। जिसमें प्रोफेसर प्रतिभा त्यागी, प्रोफेसर जयमाला और एचओडी लॉ डिपार्टमेंट केके मित्तल शामिल हैं। खास बात ये कि आरोपी मनोज मलिक ग्यारह महीने के कांट्रेक्ट पर था। जिसका समय पंद्रह जून को खत्म हो चुका है। इसके बावजूद वह डिपार्टमेंट में मौजूद था। साथ ही उसने पीडि़त छात्रा और उसके पति के साथ मारपीट तक कर दी।

कैसे मिल जाते हैं अधिकार

यूनिवर्सिटी के कई डिपार्टमेंट में चल रहे प्रोफेशनल कोर्सेज में ग्यारह महीने के कांट्रेक्ट पर ट्यूटर रखे गए हैं। जिनमें से एक मनोज मलिक भी है। जिसको केवल पढ़ाने के अधिकार के अलावा कोई अन्य अधिकार नहीं है। जो प्रैक्टिकल या वायवा नहीं ले सकता। जबकि उसके बारे में स्टूडेंट्स और यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने साफ कहा कि वह वायवा लेने जाता है, साथ ही प्रैक्टिकल लेता है। जिससे अच्छे खासे रुपए कमाता है। जबकि यह एक ट्यूटर के लिए यूनिवर्सिटी के जीओ में कहीं नहीं है।

दबाव को लगे रहे आरोपी के साथी

एक तरफ पीडि़त ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही थीं। वहीं आरोपी के कुछ साथी यूनिवर्सिटी प्रशासन पर समझौते के लिए दबाव बनाने पर लगे थे। वहीं पीडि़त छात्रा के खिलाफ समझौते की बात फैला दी गई। जिसको लेकर कुछ स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रार से साफ कहा कि अब भले ही पीडि़त लड़की पीछे हट जाए, वे पीछे नहीं हटेंगी। अगर वह डिपार्टमेंट में रहा तो और अधिक परेशान करेगा। आगे वह कुछ भी कर सकता है।

आरोपी कांट्रेक्ट बेस पर था। उसकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं और जांच बैठा दी गई है। जिसमें तीन सदस्यों को शामिल किया गया है। आरोपी के खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी। - प्रोफेसर जेके पुंडीर, प्रो। वीसी सीसीएसयू