-ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया संचालन के साथ विभाग शुरू कर रहा नई व्यवस्था

-रजिस्ट्री फीस का कर सकेंगे ई-पेमेंट,

-नए वर्ष में सभी सब रजिस्ट्रार कार्यालय से आरंभ

- धोखाधड़ी रुकेगी और रजिस्ट्री ऑफिस में लंबी लाइन से मिलेगा छुटकारा

आई एक्सक्लूसिव

अखिल कुमार

Meerut। ऑनलाइन रजिस्ट्री के बाद अब मेरठ में ई-पेमेंट से रजिस्ट्री फीस अदा करने की प्रक्रिया नए साल से आरंभ होने जा रही है। नोटबंदी के बाद कैशलेस ट्रांजिक्शन को बढ़ावा देने की दिशा में विभाग बड़े कदम की तैयारी में है। नए वर्ष से मेरठ के चारों सब रजिस्ट्रार कार्यालय पर ई-पेमेंट से रजिस्ट्री शुल्क अदा करने की व्यवस्था शुरू हो रही है।

50 फीसदी ऑनलाइन रजिस्ट्री

सब रजिस्ट्रार तृतीय ब्रजेश चौधरी ने बताया कि मेरठ में अभी स्टांप ड्यूटी की ऑनलाइन सेल का प्रतिशत 50-50 का है। बड़ी प्रॉपर्टीज की खरीद-फरोख्त में स्टाम्प ड्यूटी ऑनलाइन हो रहा है तो वहीं ई-स्टांप से जटिल प्रक्रिया को आसान कर दिया गया है। ड्राफ्ट, आरटीजीएस, एनईएफटी, चेक आदि से स्टांप शुल्क का भुगतान की सहूलियत ई-स्टांप की खरीद में है तो वहीं जल्द ही रजिस्ट्रेशन चार्ज को ई-पेमेंट के थ्रू लिया जाएगा।

ऑनलाइन रजिस्ट्री

मेरठ समेत सूबे में नेशनल लैंड रिकार्ड मॉडर्नाइजेशन प्रोग्राम के तहत ई-स्टांप प्रक्रिया को आरंभ किया गया है। इससे धोखाधड़ी संभावनाएं कम हुई हैं तो वही रजिस्ट्री ऑफिस में लगने वाली लंबी लाइन की कम हुई है।

ये है प्रोसेस

-रजिस्ट्री डिपार्टमेंट की वेबसाइट (आईजीआरएस) पर जाकर रजिस्ट्री के लिए प्रोफार्मा को ऑनलाइन भरें। जमीन या प्रॉपर्टी से संबंधित खाता, प्लॉट, क्षेत्रफल सहित अन्य ब्योरे दर्ज कराने होंगे।

-वेबसाइट का साफ्टवेयर खुद कैलकुलेट करके बता देगा कि कितनी स्टांप फीस और रजिस्ट्रेशन फीस लगेगी। फीस ई-ग्राफ या ई-स्टांपिंग के जरिए ऑफलाइन भी चुकाई जा सकती है।

-हर एप्लीकेशन के लिए एक नंबर मिल रहा है। साथ ही रजिस्ट्री की डेट भी मिल रही है। तय डेट पर रजिस्ट्री ऑफिस जाकर उंगली के निशान और फोटो आदि की औपचारिकताओं के साथ रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है।

सिर्फ एक पेज पर स्टांप

ई-स्टांप प्रक्रिया का बड़ा बेनीफिट यह है कि एक ही पेज पर करोड़ों की प्रॉपर्टी के खरीद-फरोख्त के स्टांप की वैल्यू एड की जा सकेगी। ऑनलाइन रजिस्ट्री के बाद दस्तावेज का रिकार्ड ऑनलाइन उपलब्ध होगा तो वहीं कोड डालकर इसे खंगाला भी जा सकेगा।

ई-पेमेंट से रजिस्ट्री शुल्क

एआईजी स्टांप संजय श्रीवास्तव ने बताया कि जल्द ही प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त में रजिस्ट्रेशन फीस ई-पेमेंट के जरिए दे सकेंगे। उन्होंने बताया कि फिलहाल 2 प्रतिशत फीस को सब रजिस्ट्रार कार्यालय में मैन्युअली लिया जा रहा है। बता दें कि ग्रामीण में प्रॉपर्टी की सर्किल दरों के हिसाब से कीमत को 5 फीसदी ग्रामीण और 7 फीसदी शहर क्षेत्र में स्टांप शुल्क अदा करना पड़ता है। इसके अलावा 2 फीसदी रजिस्ट्रेशन फीस रजिस्ट्री विभाग चार्ज करता है। नए वर्ष से ई-पेमेंट की प्रक्रिया आरंभ होने की संभावनाएं हैं।

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ऑनलाइन रजिस्ट्री के बाद अब रजिस्ट्रेशन शुल्क को ई-पेमेंट के थ्रू लेने की दिशा में प्रयास चल रहा है। कैशलेस ट्रांजिक्शन की दिशा में कड़ा प्रयास करते हुए विभाग जल्द ही यह प्रक्रिया शुरू कर रहा है।

संजय श्रीवास्तव, एआईजी स्टांप, मेरठ