कंप्यूटर पर तो आजकल लगभ्ाग सभी लोग काम करने लगे हैं, लेकिन उनमें से कम ही लोग ये जानते हैं कि वे जिस कंप्यूटर सिस्टम पर काम कर रहे हैं वो एक ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है. कंप्यूटर शुरू होने पर स्क्रीन पर आने वाले मेसेज को देखकर लोगों को यह पता चलता है कि वे लोग किसी विंडोज़ साफ्टवेयर पर काम कर रहे हैं, लेकिन बहुत सारे लोगों को यह नहीं पता है कि विश्व भर में सभी कंप्यूटर यूज़र विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम ही इस्तेमाल नहीं करते, बल्कि दुनिया भर में विंडोज़ के अतिरिक्त एक और ऑपरेटिंग सिस्टम भी काफी पॉपुलर है. इसका नाम है Macintosh जो Apple Computer द्वारा विकसित किया गया है. यह कॉमनली MAC के नाम से जाना जाता है. हालांकि विंडोज़ और मैक के अलावा भी तमाम आपरेटिंग सिस्टम विशेष यूज़र्स द्वारा दुनिया भर में इस्तेमाल होते हैं, लेकिन उनका इस्तेमाल आम घरेलू ग्राहकों के बीच न के बराबर है, यही वजह कि सभी लोग उनके बारे में नहीं जानते.

  अब यह भी जान लीजिए कि विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम Microsoft Corporation ने बनाया, आसान उपलब्धता और कम कीमत के कारण विंडोज़ आम यूज़र्स के बीच पर्सनल कंप्यूटर पर इस्तेमाल करने के लिए संसार मे सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है.

विंडोज़ के बिल्कुल विपरीत मैक ऑपरेटिंग सिस्टम थोडा मंहगा जरूर है लेकिन इसके यूज़र और तमाम तकनीकि विशेषज्ञ इसे विंडोज़ से कई मामलों में बेहतर मानते हैं. अब यदि इतने लोग ऐसा मानते हैं तो कोई तो खास वजह ज़रूर होगी. तो चलिए हम भी जानने का प्रयास करते हैं कि Windows और Macintosh में कौन से बड़े अन्तर हैं और दोनों में से कौन सा ज्यादा अच्छा हैं.

1- जहॉं एक ओर विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम में माउस पर दो बटनें और एक स्क्रॉलर मौजूद होता हैं वहीं मैक के लिए सिंगल बटन माउस प्रयोग होता है जिसमें राइट क्िलक के लिए कन्ट्रोल बटन होल्ड करना होता है. इसके अलावा मैक में ऐपल/कमाण्ड बटन विंडोज़ के कन्ट्रोल बटन का स्थान ले लेता है.

2- मैक सिस्टम की सामान्य बाज़ार कीमत 1000 डॉलर यानि पचास हजार से लेकर डेढ़ लाख के आसपास होती है, जबकि विंडोज़ पीसी की कीमत आमतौर पर बीस हजार से लेकर पचास के आसपास रहती है. इसी कारण पीसी घरेलू ग्राहकों की पहुंच में रहता है, जबकि मैक नहीं.

3- मैक सिस्टम लेने के लिए स्पेशल स्टोर्स और सप्लायर्स मौजूर हैं, जबकि पीसी सिस्टम आसानी से कहीं से भी खरीदा जा सकता है. इस कारण मैक की तुलना में पीसी को ग्राहक अपनी सुविधानुसार कस्टम सेटिंग्स के साथ एसेम्बल करा सकता है जो मैक के मामले में पॉसिबल नहीं है. मैक की सर्विस भी हर शहर में में उपलब्ध नहीं होने से कस्टमर्स इसे खरीदने से बचते हैं.

4- मैक पर वायरस के अटैक की सम्भावना कम होती है, जबकि पीसी पर वायरस अटैक की समस्या बहुत बड़ी है.

5- मैक ओरिजिनल ही उपलब्ध होने के कारण कम्पनी अपने ग्राहकों को तमाम विश्वस्तरीय सुविधाएं भी प्रदान करती है, जबकि विंडोज़ पीसी के साफ्टवेयर्स की जबरदस्त पायरेसी होने के कारण इसके अधिकांश यूज़र्स तक कम्पनी से मिलने वाली सुविधाएं और फीचर्स नहीं पहुंच पातीं.

6- वि़डोज़ पीसी का ब्रांडेड मार्केट भी काफी बड़ा है जिसमें Dell, HP, HCL, Acer आदि कई हें, जबकि मैक को सिर्फ ऐपल ही बनाती है और इसने मैक के कई अवतार लॉन्च किए हैं जिनमें MacBook, MacBook Pro, MacBook Air, Mac Mini, iMac, and Mac Pro शामिल हैं.

7- पीसी पर इस्तेमाल के लिए तमाम तरह के यूटीलिटी साफ्टवेयर्स उपलब्ध हैं, जिन्हे आसानी से कोई भी यूज़र इस्तेमाल कर सकता है जबकि मैक के मामले में ऐसी सुविधा नहीं है, कोई भी साफ्वेयर यूं ही इंस्टॉल कर लेना इसमें आसान नहीं है.

8- विंडोज़ पीसी के लिए कम्पैटिबल साफ्टवेयर्स और हार्डवेयर्स की लम्बी फेहरिस्त मौजूद है, लेकिन मैक के मामले में ये संख्या बहुत ही कम है.

9- गेमिंग के लिहाज से पीसी ही बेहतर माना जराता है, मैक पर उपलब्धता और कम्पैटीबिलिटी की समस्या ज्यादा है.

10- मैक के मामले में बेहतर साफ्टवेयर्स, हार्डवेयर्स और फोन सर्पोट की सुविधा काफी बेहतर है, जबकि विंडोज़ पीसी के कस्टमर्स को ऐसी कोई प्रमाणिक सुविधा नहीं मिलती.

हालांकि मैक और विंडोज़ पीसी में कौन सा ऑपरेटिंग सिस्टम ज्यादा अच्छा है, इस पर अलग अलग यूजर्स की डिफरेंट ओपीनियन हो सकती है, दोनों ही के चाहने वालों की दुनिया में कमी नहीं है, लेकिन फिर भी मैक की अपेक्षा विंडोज़ पीसी सामान्य तौर पर ज्यादा लोकप्रिय है.