PATNA: कोई गड़बड़ धंधा करेगा और थानेदार को नहीं मालूम होगा? पुलिस से छिप कर यह धंधा नहीं कर सकता कोई। यह चेतावनी दी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने। वे एसकेएम में आयोजित मद्य निषेध अभियान का शुभारंभ करते हुए बोल रहे थे। इस मौके पर शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी, निबंधन उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री अबुल जलील मस्तान, चीफ सेक्रेटरी अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी पी के ठाकुर, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन, पटना कमिश्नर आनंद किशोर सहित कई अफसर मौजूद रहे।

फोन कर बताएं यहां बिक रही शराब

आयोजन से सभी जिलों के डीएम और एसपी कांफ्रेस के माध्यम से जुड़े थे। मुख्यमंत्री ने डीएम और एसपी को भी चेतावनी दी कि आप दोनों पर बड़ी जवाबदेही है। कहा कि पटना में एक सेंटर बनेगा जहां फोन कर कोई भी अवैध शराब बिक्री की जानकारी दे सकता है। इससे डीजीपी को तुरंत मालूम हो जाएगा कि इस गांव में शराब बिक रही है। इसके बाद थानेदार का क्या होगा?

 

रुपया आने लगा तो चार-पांच हजार करोड़ आने लगा

नीतीश कुमार ने कहा कि मैं पीता नहीं इसलिए बहुत मालूम नहीं था कि होता क्या है इसमें। हो यह रहा था कि जितने लोग पी रहे थे उस लिहाज से पैसा नहीं आ रहा था। लेकिन जब इसका अध्ययन किया तो पता चला कि इसमें बड़ी मोनोपॉली है। इसके बाद हॉलसेल का जिम्मा सरकार ने ले लिया। राजस्व बढ़ने लगा। चार-पांच हजार करोड़ रुपए आने लगे। लेकिन दूसरी तरफ इससे तबाही भी मचने लगी। गांव के घरों में जो पैसा बच्चों के पोषण पर खर्च होनी चाहिए थी वह शराब पर खर्च होने लगी। महिलाएं ज्यादा तबाह हो रही थीं। 9 जुलाई ख्0क्ब् को चुनाव से पहले जब इसी एसकेएम में महिलाओं ने मुझसे शराब बंदी की मांग की तो मेरे अंदर वेब सा चल गया और मैंने घोषणा कर दी कि इस बार आऊंगा तो शराब बंदी करूंगा।

 

चरणबद्ध तरीके से बंद होगी शराब

नीतीश कुमार ने कहा कि हम हवा में बात नहीं करते। बहुत लोग कह रहे हैं कि पूर्ण शराब बंदी नहीं हो रहा। वे लोग समझ लें कि हम पूर्ण शराबबंदी करेंगे, पर चरणबद्ध तरीके से। आज तक पीछे हटने की जरूरत नहीं, आगे ऊपरवाले जानें।

 

स्प्रीट की जगह इथनॉल बनाएं

सीएम ने कहा कि चीनी मिलों को कहा गया है कि वे शराब के लिए स्प्रीट बनाना बंद करें और इथनॉल बनाएं। कहा कि पीने वाले को पीने का बहाना चाहिए लेकिन हर जिले में डिएडिक्शन सेंटर भी खुलेगा। लेकिन मेडिकल रीजन से जो लोग पीते हैं उनका ध्यान रखा जाएगा। विदेशी शराब को अगले चरण में बंद किया जाएगा। विदेशी शराब खुदरा में भी वेबरेज से ही बिकवाएगा। सीसीटीवी भी लगे होंगे दुकानों में। सरकारी दुकानों से विदेशी शराब इसलिए बिकवाई जा रही है कि अगले चरण में इसे भी आसानी से बंद करवाया जा सके।

 

शराब दुकान की जगह दूध बेचें, सब्जी बेचें

बिहार के सभी पड़ोसी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर निवेदन किया गया है कि बॉर्डर को टाइट रखिएगा। कहा कि शराब बेचने वाले चाहें तो तो सुधा दूध बेचें। सब्जी भी बेच सकते हैं। महिलाओं से उन्होंने खास तौर से कहा कि हम शराब बंदी को सोशल मूवमेंट बनाना चाहते हैं। कहा कि लोगों को समझाइए मनाइए कि शराब पीना बुरा है। जरूरत पड़े तो भट्ठी तोड़ने से भी नहीं झिझकें। एक अप्रैल के पहले माहौल ऐसा बन जाए कि कोई छिप कर पीना चाहे तो नहीं पी सके।

 

सबसे ज्यादा प्रभावित हैं युवा और कामगार

शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि विद्यालय के बच्चे, टोला सेवक, जीविका दीदी, आशा कार्यकर्ता, विकास मित्र सभी लोगों को मद्य निषेध का संदेश देंगे। कहा कि शराब से सबसे ज्यादा युवा व कामगार प्रभावित हैं। देश में बिहार पहला राज्य है जो पूर्ण शराबबंदी की ओर बढ़ रहा है। समाज जब तक कदम से कदम नहीं मिलाएगा ये सोच पूरी नहीं हो सकती। मध निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने शराब के नुकसान से होने वाले लोगों से जुड़े संस्मरण सुनाए।

 

मैं संकल्प लेता हूं कि

मैं संकल्प लेता हूं/ लेती हूं कि आजीवन शराब का सेवन नहीं करूंगा। क्योंकि शराब पीने से कई बीमारियां होती हैं और यह परिवार व समाज के लिए हानिकारक है। साथ ही दूसरे लोगों को भी शराब नहीं पीने के लिए प्रेरित करूंगा। साथ ही मद्य निषेध अभियान में अपना पूर्ण योगदान करुंगा।

 

 

 

----------------------

बॉक्स में जाएगी ये खबर

 

कफ सीरप का विकल्प खोजिए महाजन जी!

शराब के बाद अब नीतीश कुमार की नजर कफ सीरप पर है। मद्य निषेध अभियान की शुरुआत करते हुए नीतीश कुमार ने कफ सीरप की भी चर्चा की। इसका प्रसंग भी सुनाया कि एक बार डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि लोग आते हैं इलाज कराने और कहते हैं कफ सीरप लिख दीजिए, नहीं लिखिएगा तो ऊपर शिकायत कर दूंगा, आप तो कॉन्टैक्ट पर ना बहाल हैं डॉक्टर साहब। मुख्यमंत्री ने कहा कि तब पहली बार मुझे पता चला कि अस्पतालों में कफ सीरप की इतनी मांग क्यों है। लोग नशे के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। नीतीश कुमार ने मद्य निषेध अभियान के शुभारंभ के मौके पर मंच पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन से कहा कि-कफ सीरप का सब्ट्ीच्यूट खोजिए महाजन जी!