- रोहनिया में बंद पड़े आईटीआई कॉलेज और पेट्रोलपम्प से पुलिस ने पकड़ी 1.18 करोड़ रुपये की शराब
- बिहार और मध्य प्रदेश में होती थी तस्करी, छह आरोपी गिरफ्तार
शराबबंदी के बाद बिहार के शराब पे्रमियों की तलब बनारस पूरी कर रहा है। यहां के शराब कारोबियों और धंधेबाजों के लिए यह चोखे मुनाफे का सौदा हो चुका है। वो बनारस में बनने वाली खुफिया दारू को बिहार भेज रहे हैं। दूसरे प्रदेश से तस्करी कर लायी जा रही शराब को यहां डम्प करते हुए मौका देखकर सीमा पार करा रहे हैं। इस पूरे खेल में नयी कड़ी जुड़ी मंगलवार को जब शिवपुर और रोहनिया पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में रोहनिया के वीरभानपुर में बंद पड़े आईटीआई कॉलेज और पेट्रोलपम्प से 1.18 करोड़ रुपये मूल्य की शराब, केमिकल और अन्य सामान बरामद हुआ। यहां धड़ल्ले से देसी शराब बनाई और सप्लाई की जा रही थी। पुलिस ने मौके से छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस करा रही थी रेकी
हाइवे के थाने पिछले कुछ महीनों में लगातार शराब की बड़ी खेप पकड़ रहे थे। पुलिस को वीरभानपुर में बंद पड़े मूलचंद आईटीआई कॉलेज में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिल रही थी। यहां हर दिन टैंकर से कुछ सामान संदिग्ध लाया जा रहा था और दर्जनों छोटी गाडि़यां भी यहां से निकलती थीं। शिवपुर और रोहनिया पुलिस ने इसके लिए रणनीति तैयार की और दिनरात रेकी के लिए दो सिपाहियों को सादे कपड़ों में वहां लगाया गया। सटीक सूचना पर मंगलवार की भोर में पुलिस ने आईटीआई कॉलेज में छापेमारी की।
दो स्थानों पर एक साथ छापेमारी
इंस्पेक्टर शिवपुर विजय बहादुर सिंह और इंस्पेक्टर रोहनिया श्रीप्रकाश गुप्ता ने अपनी टीमों के साथ आईटीआई कॉलेज और साथ लगे पेट्रोलपम्प पर एक साथ छापेमारी की। मौके पर डेढ़ दर्जन लोग मौजूद थे। आरोपियों ने डीसीएम से पुलिस टीम को कुचलने की भी कोशिश की मगर पुलिस ने मौके से छह आरोपियों को दबोच लिया। 12 लोग भाग निकले जिनकी तलाश जारी है। तलाशी शुरू हुई तो पुलिस अधिकारी भौचक रह गए। कॉलेज की लाइब्रेरी में शराब बनाने का काफी सामान रखा था। दोनों जगहों से कुल 1 करोड़ 18 लाख 65 हजार रुपये की शराब, शीशियां, रैपर आदि बरामद हुए। मौके पर आबकारी विभाग की टीम भी पहुंची।
बिहार भेजते थे शराब
मौके से बबलू गुप्ता निवासी भदोही, अखिलेश गुप्ता निवासी बेल्थरा रोड बलिया, अजय कुमार, विनोद कुमार और पवन निवासी वीरभानपुर, और गोकुल निवासी चंदापुर चुरामनपुर को गिरफ्तार किया गया। रोहनिया थाने पर प्रेसवार्ता के दौरान एसपी ग्रामीण अमित कुमार ने बताया कि यहां तैयार की गई शराब लग्जरी वाहनों से बिहार और मध्य प्रदेश भेजी जाती थी। बिहार में इनकी शराब की काफी खपत थी। सारा काम देररात होता था ताकि आसपास के लोगों को भी शक न हो सके।
कौन है एमराज?
एसपी ग्रामीण ने बताया कि छानबीन में आईटीआई कॉलेज किसी एमराज के नामक व्यक्ति का निकला है। पेट्रोलपम्प बड़ी गैबी निवासी एक कारोबारी का है। पूरे मामले में राजनीति से जुड़े एक व्यक्ति के परिवार की संलिप्तता सामने आ रही है। एसपी ग्रामीण ने कहा कि प्रकरण की जांच की जा रही है। नकली शराब के कारोबार में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह हुई बरामदगी
- 3500 लीटर देसी शराब
- एक बड़ा आरो प्लांट एक छोटा आरओ प्लांट
- एल्कोहल की डिग्री नापने की मशीन, हॉलमार्क स्टिकर
- 65000 रैपर और नौ हजार खाली शीशियां
- 285 गैलन, 12 बड़े ड्रम और हजारों लीटर डीनेचर स्प्रिट
- 6 बाइक, 6 मोबाइल और एक डीसीएम