26 में से 16 वाइन शॉप की ही लॉटरी सिस्टम से हो पाई सेल

देशी शराब की 10 वाइन शॉप को खरीदारों का इंतजार

ये वाइन शॉप नहीं बिकीं

-मसूरी लाइब्रेरी-एक

-लंढौर-एक

-लंढौर-दो

-आईएसबीटी।

-लैमनपुल

-जीवनगढ़

-रेशम माजरी

-रानी पोखरी

-हर्बटपुर-दो

देहरादून, ऑनलाइन ऑक्शन में दून की 26 दुकानें आवंटित नहीं हो पाई थी, वित्तीय वर्ष के तीन माह निकल जाने के बाद इन्हें लॉटरी सिस्टम से आवंटित करने की योजना बनाई गई। सैटरडे को लॉटरी सिस्टम से इन दुकानों का आवंटन किया गया। लेकिन देशी शराब की 10 दुकानों के लिए किसी ने लॉटरी ही नहीं डाली। ऐसे में ये दुकानें फिर आबकारी विभाग और सरकार के लिए सिरदर्द बन गई हैं। प्रदेश की बात करें तो लॉटरी सिस्टम से आवंटन होने के बाद 130 दुकानों को खरीदार नहीं मिले। 234 में से 104 दुकानों का ही आवंटन हो पाया।

कलेक्ट्रेड ऑडिटोरियम में हुआ लाटरी आवंटन प्रक्रिया

सैटरडे को डीएम सी रविशंकर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट ऑडिटोरियम में फाइनेंशियल इयर 2019-20 के लिए देशी व अंग्रेजी शराब की दुकानों का लॉटरी के जरिए आवंटन हुआ। 26 दुकानों में से 16 दुकानों के लिए ही खरीदारों ने पर्ची डाली थी, ऐसे में 10 दुकानों का अभी भी आवंटन नहीं हो पाया है। ये सभी दुकानें देशी शराब की हैं। जबकि आवंटित दुकानों में से 11 देशी शराब और 5 अंग्रेजी शराब की हैं। 5 अंग्रेजी शराब की दुकानों से 25 करोड़ 47 लाख 12 हजार 964 और 11 देशी शराब की दुकानों से 58 करोड़ 85 लाख 68 हजार 428 रुपए का रेवेन्यू हासिल हुआ है।

राज्य की दुकानों का ऐसा रहा आवंटन

देहरादून--16

नैनीताल--6

उधमसिंहनगर--14

हरिद्वार--22

उत्तरकाशी--4

रुद्रप्रयाग--1

टिहरी--4

पौड़ी--7

चमोली--3

बागेश्वर--4

पिथौरागढ़--9

अल्मोड़ा--11

चंपावत--3

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कुल दुकानें--104

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सरकारी एजेंसियों पर हो सकता है विचार

बताया जा रहा है कि प्रदेश में 130 शराब की दुकानें शेष रहने पर सरकार नए सिरे पर निर्णय ले सकती है। पिछले दिनों दुकानों के आवंटन पर सरकारी एजेंसियों में खासकर गढ़वाल मंडल विकास निगम व मंडी को दिए जाने पर मंथन हुआ। माना जा रहा है कि लॉटरी प्रक्रिया अपनाए जाने के बावजूद दुकानों का आवंटन नहीं हो पाया है। ऐसे में सरकारी एजेंसियों पर फिर से विचार किया जा सकता है।