सीसीएस यूनिवर्सिटी में जमा ही नहीं सलेक्टेड अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट

ओबीसी और एसएसटी कोटे में कर दी जनरल अभ्यर्थियों की भर्तियां

Meerut. सीसीएसयू में ओबीसी और एससी-एसटी कोटे की भर्ती में भी बड़ा खेल हुआ. इसका खुलासा तब हुआ जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने मामले की पड़ताल की. पड़ताल में निकलकर आया कि कास्ट के हिसाब से होने वाली नियुक्तियों के खेल में कास्ट सर्टिफिकेट ही जमा नहीं किए गए हैं. उधर आलाधिकारी से जब इस बाबत सवाल पूछे गए तो वह मामले से बचते हुए ही नजर आए.

बिना सर्टिफिकेट नियुक्ति कैसे?

अगर हम केवल नॉन टीचिंग स्टाफ की बात करें तो नियुक्ति हुए एक-एक कर्मचारी का फाइल रिकॉर्ड खंगाला गया. जिससे पता चला कि यूनिवर्सिटी में ओबीसी और एससी-एसटी के कोटे में काफी ऐसे कर्मचारी नियुक्त हुए हैं, जिनका जाति प्रमाण पत्र ही जमा नहीं है. सूत्रों से ये भी पता चला कि कई नियुक्त कर्मचारियों के तो अन्य जरुरी कागजात भी जमा नहीं हैं.

निकाला था विज्ञापन

दरअसल, हाल ही में हुई भर्तियों के लिए यूनिवर्सिटी ने विज्ञापन भी निकाला था, जिसमें दिव्यांग, ओबीसी, एससी-एसटी और जनरल कैटेगरी में पदों पर आवेदन मांगे गए थे. इसके बावजूद बिना कास्ट सर्टिफिकेट के आखिर कैसे अभ्यर्थियों की नियुक्ति ओबीसी, एससी-एसटी कोटे के तहत कर दी गई है. अगर कैटगरी वाइज नियुक्ति हुई तो फिर यूनिवर्सिटी में अभ्यर्थियों के कास्ट सर्टिफिकेट क्यों नहीं जमा है.

इनके जमा नहीं हुए सर्टिफिकेट

साइकोलॉजी काउंसलर पद पर प्रियंका रजौरा की नियुक्ति एससी-एसटी कोटे से हुई.

ड्राइवर पद पर रविंद्र कुमार की नियुक्ति ओबीसी कोटे से हुई.

लैब अटेंडेंट के पद पर एससी-एसटी कोटे से प्रेम कुमार की नियुक्ति.

फिजिकल एजुकेशन में पिओन के पद पर रंजना की नियुक्ति ओबीसी कोटे से हुई.

बुक बाइंडर में ओबीसी कास्ट से योगेश कुमार की नियुक्ति.

बुक लिफटर के पद पर ओबीसी केटेगरी में सर छोटूराम इंजीनियरिंग कॉलेज में शिवम की नियुक्ति.

जरा समझ लें..

जिनका सर्टिफिकेट जमा नहीं है उन्हें जरनल ही माना जाएगा. देखा जाए तो ज्यादातर पदों पर पर जरनल की नियुक्ति हुई है, जबकि यूनिवर्सिटी के विज्ञापन के मुताबिक ओबसी, एससी-एसटी कोटे से बड़ी संख्या में नियुक्ति की जानी थी.

क्या कहता है नियम

नियम तो यह कहता है कि आप जिस कास्ट के कोटे पर आरक्षण पाकर नियुक्त हुए हो उसका सर्टिफिकेट जमा होना चाहिए, फिर भी ज्यादातर नियुक्तियों में सर्टिफिकेट जमा नहीं हुए.

इनका है कहना

मामला मेरी नॉलेज में नहीं है कि किसने डॉक्यूमेंट दिए और किसने नही. वैसे भी ये वेकेंसी कैसे और क्यों होती है हमारी अथॉरिटी में नहीं है. इस बारे में कुछ कह नहीं सकते हैं.

डॉ. वीपी कौशल, कार्यवाहक रजिस्ट्रार, सीसीएसयू

सर्टिफिकेट तो इंटरव्यू से पहले ही चेक किए गए थे. हो सकता है किसी को ज्वाइनिंग के समय सर्टिफिकेट जमा करने का समय दिया गया हो. उनसे अब जमा करवाए जा रहे हों. वैसे मैंने कोई अप्वाइंटमेंट फाइनल नहीं किए हैं. ये मेरी अथॉरिटी नहीं है इसलिए मैं इस बारे में कुछ नहीं बोल सकती.

प्रो. वाई विमला, प्रोवीसी, सीसीएसयू

कुछ एक-दो ऐसे आवेदक होंगे जिनके डॉक्यूमेंट कम रहे होंगे. उनसे बाद में डॉक्यूमेंट्स जमा करने के लिए कहा गया होगा. इस बारे में पता करवाया जाएगा. अगर कुछ गड़बड़ी मिलती है तो जांच की जाएगी.

प्रो. एनके तनेजा, वीसी, सीसीएसयू