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RANCHI नई दिल्ली -भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस में शनिवार को दूषित खाना खाने के कारण 30 से अधिक पैसेंजर्स बीमार हो गए्. रेलवे में इस तरह के घटिया खाना मिलने की यह पहली शिकायत नहीं है.इस घटना के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने रांची रेलवे स्टेशन पर रांची नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का रियलिटी चेक किया. इस दौरान देखने को मिला की राजधानी एक्सप्रेस में रांची से दिल्ली जाने वाले यात्रियों को जो खाना खिलाया जाता है वह बाहर से कहीं दूसरी जगह से बनकर आता है. ऐसे में लोगों को खराब खाना मिलने की बहुत अधिक आशंका बनी रहती है.

भोजन की क्वालिटी की जांच नहीं
राजधानी एक्सप्रेस में लोगों को खिलाने के लिए जो खाना बाहर से बनकर आता है उसका क्वालिटी चेक करने वाला कोई नहीं है. किचन में जो खाना बनता है वह किस क्वालिटी का है यह चेक कोई नहीं करता है. सीधा खाना बनता है और पैक होकर रांची रेलवे स्टेशन पहुंच जाता है. जहां से राजधानी एक्सप्रेस में लोड़ को कर दिया जाता है, ऐसे में जब तक खाने की पूरी तरह से क्वालिटी चेक नहीं होगी, खाना कहां बन रहा है जानकारी नहीं होगी तब तक खाना में क्वालिटी नहीं मिलने की संभावना बनी रहेगी.

हाइजीन का भी नहीं रखा जाता ध्यान
राजधानी एक्सप्रेस में बाहर से जो खाना लाकर लोड किया जा रहा था उसमें हाइजीन का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा था. दाल को दो कर्मचारी हजार लोगों की भीड़ के बीच से उठाते हुए ट्रेन में लोड कर रहे थे. इसी तरह चावल और रोटी को भी जैसे तैसे ट्रेन में लोड किया जा रहा था. राजधानी जैसे प्रीमियम ट्रेन में अगर खाना की यह क्वालिटी होगी तो निश्चित है कि लोग फि र से बीमार पड़ेंगे. रेलवे स्टेशन पर जो भी कर्मचारी खाना पैक कर रहे थे वह भी हाइजिन का ध्यान नहीं रख रहे थे.

किचन नहीं देख सकते पैसेंजर्स
राजधानी ट्रेन में जाने वाले यात्रियों के लिए जो खाना बनाया जाता है वह किस किचन में बनाया जाता है वह किसी को पता नहीं है . किचन में साफ सफ ाई का ध्यान रखा जाता है कि नहीं हाइजीन का ध्यान रखा जाता है कि नहीं क्वॉलिटी का ध्यान रखा जाता है कि नहीं यह जानकारी सिर्फ रेलवे के सीनियर अधिकारियों को ही है. ऐसे में बाहर से जो खाना बनता है वहां हर दिन मॉनिटरिंग करना संभव नहीं हो पाता है. ऐसे में बिना क्वालिटी का खाना भी बन कर राजधानी एक्सप्रेस में पहुंच रहा है.