-वेदव्यासपुरी में चाऊमीन के ठेले पर हुए विवाद में दो हत्याओं का गवाह था सचिन

-शाम को घर से बुलाकर ले गए थे हत्यारोपी चाकू से हमला कर फिर मार दी गोली

- परिजनों ने एक नामजद समेत पांच आरोपियों के खिलाफ थाने में दी तहरीर

Meerut: परतापुर स्थित घाट गांव में दोहरे हत्याकांड में गवाह बने युवक की गुरुवार शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई। घर से बुलाकर ले गए हत्यारोपियों ने पहले तो युवक पर चाकुओं से हमला किया और उसके बाद गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद गांव में तनाव फैल गया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस का आक्रोशित लोगों ने घेराव किया। परिजनों ने एक आरोपी को नामजद करते हुए पांच के खिलाफ तहरीर दी गई है।

मुंह में तमंचा डालकर मारी गोली

घाट गांव निवासी सचिन (23) पुत्र भंवरसिंह गुरुवार शाम को अपने घेर में था। शाम करीब सात बजे गांव निवासी राहुल अपने कुछ साथियों के साथ सचिन के घेर में पहुंचा। बातचीत के बहाने से सचिन को साथ लेकर राहुल गांव के बाहर पहुंचा। वहां राहुल और उसके साथियों ने मिलकर सचिन पर चाकुओं से हमला कर दिया। इसके बाद सचिन के मुंह में तमंचा डालकर गोली मार दी। सचिन को छोड़कर आरोपी फरार हो गए। कुछ देर बाद सचिन की तलाश शुरू की गई तो वह गांव के बाहर ही पड़ा मिला। ग्रामीण और परिजन सचिन को लेकर सुभारती अस्पताल पहुंचे, लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

परिजनों ने किया हंगामा

घटना की सूचना पर पुलिस गांव पहुंची तो सचिन के परिजनों ने हंगामा कर दिया। बताया कि कुछ माह पूर्व टीपीनगर थानाक्षेत्र के वेदव्यासपुरी कालोनी के बाहर चाऊमीन के ठेले पर हुए दोहरे हत्याकांड मामले में सचिन गवाह था। इसी बात को लेकर कई बार गवाही बदलने का दबाव बनाया गया था, लेकिन सचिन नहीं माना। इसी बात का बदला लेने के लिए हत्या की गई। पूरे प्रकरण की जानकारी पर एसपी सिटी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।

दोहरे हत्याकांड में भी घायल हुआ था सचिन

टीपीनगर के वेदव्यासपुरी में घाट गांव निवासी रजत चाऊमीन का ठेला लगाता था। 10 अक्टूबर 2015 को घाट गांव नितिन उर्फ सेठी, सत्ते व अमर चाऊमीन खाने पहुंचे थे। 40 रुपये के विवाद में नितिन व रजत के बीच मारपीट हुई थी। इस दौरान हुई चाकूबाजी में नितिन गंभीर रूप से घायल हुआ था। नितिन ने अपने भाई सचिन को फोन करके मौके पर बुलाया था। दोबारा दोनों पक्षों में चाकूबाजी हुई। सचिन गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसके साथी मोनू व राहुल की मौत हो गई थी। सचिन इस प्रकरण में गवाह था। सचिन ने डबल मर्डर मामले में रजत व राहुल समेत कई को नामजद किया था। सचिन के भाई नितिन उर्फ सेठी ने बताया कि सचिन पर गवाही बदलने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। इसी के चलते वारदात की गई।

राहुल व सचिन में हुआ था झगड़ा

राहुल पुत्र रामपाल सुभारती कालेज में बाउंसर है। पुलिस सूत्रों की मानें तो तीन अक्टूबर को सचिन अपने कुछ साथियों के साथ सुभारती कालेज गया था। यहां कुछ युवकों से सचिन का विवाद हुआ था। राहुल चूंकि बाउंसर था, तो उसने साथियों के साथ मिलकर सचिन व उसके दोस्तों की पिटाई की और कालेज से बाहर कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में पहले से विवाद चल रहा था। 10 अक्टूबर को दोबारा चाकूबाजी की घटना हो गई, जिसमें राहुल को नामजद किया गया था।

सचिन की हत्या की गई है। परिजनों ने राहुल नाम के युवक पर आरोप लगाया है। जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होंगे।

-दिनेश चंद दूबे, एसएसपी मेरठ।