-बिधनू के गढ़ेवा गांव का मामला, कई दिनों से घर में नहीं जला था चूल्हा

-माता पिता की मौत होने के बाद से युवती घरों में काम कर पेट पाल रही थी

KANPUR : बिधनू में रविवार को एक युवती ने भुखमरी से हारकर मौत को गले लगा लिया। आर्थिक तंगी से उसके घर में कई दिनों से चूल्हा ठंडा पड़ा था। वो किसी तरह लोगों के घर पर काम परिवार का पेट पाल रही थी, लेकिन रविवार को उसकी हिम्मत जवाब दे गई और उसने सुसाइड कर लिया। बहन उसको बुलाने के लिए रूम पर गई तो उसका शव कुंडे के सहारे लटका मिला। उसकी मौत से घर में कोहराम मच गया। सूचना पर पुलिस ने मौके पर जाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बीमारी से माता पिता की मौत हो चुकी

बिधनू के गढ़ेवा में रहने वाली संगीता (20) के छह भाई बहन हैं। कुछ साल पहले उनके पिता बदलू की टीवी की बीमारी से मौत हो गई थी। वो इस गम से उबर भी नहीं पाए थे कि टीवी की बीमारी ने उनकी मां मालती की भी जान ले ली। घर में कोई कमाने वाला नहीं बचने से भुखमरी के हालात हो गए। संगीता के बड़े भाई ने किसी तरह घर को संभाला, लेकिन उसके शादी के बाद अलग रहने से घर पर आर्थिक तंगी के हालत हो गए। उसकी बड़ी बहन भी शादी के बाद ससुराल चली गई तो उसके कंधों पर भाई और बहन की जिम्मेदारी आ गई।

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टीबी की बीमारी ने तोड़ दिया

संगीता किसी तरह दूसरों के घरों में काम कर परिवार का पेट पाल रही थी कि इसी बीच उसे पता चला कि उसका भाई संतोष भी टीवी के रोग से ग्रसित है। जिससे वो और टूट गई। भाई के इलाज में सारी कमाई खर्च होने से उनको कई बार भूखे पेट सोना पड़ता था। इधर, कई दिनों से उसके घर पर आर्थिक तंगी से भुखमरी के हालत हो गए थे। उनको पड़ोसी समेत इलाकाई लोगों से खाना मांगना पड़ रहा था। जिससे परेशान होकर संगीता ने फांसी लगा ली। बिधनू थानाध्यक्ष जीवाराम ने भी आर्थिक तंगी के चलते उसके सुसाइड करने की पुष्टि की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।