- जमीनी विवाद में कार्रवाई के लिए तीन दिन से अनशन पर था दंपत्ति

- कार्रवाई नहीं होने पर दी थी आत्मदाह करने की चेतावनी

SAHJANWA: जमीनी विवाद में कार्रवाई के लिए तीन दिन से अनशन कर रहे दंपत्ति यशवंत व गायत्री को शुक्रवार को पुलिस ने जबरन उठा दिया। पुलिस यशवंत को थाने लेती गई। इस पर गायत्री बीच रोड पर कुर्सी लेकर धरने पर बैठ गई। इससे रोड पर जाम लग गया। सूचना मिलते ही मौके पर तहसीलदार, थानाप्रभारी पहुंच गए। काफी समझा-बुझाकर महिला को हटाया और बातचीत के लिए थाने ले गए।

भाई से है बंटवारे का विवाद

सहजनवां नगर क्षेत्र के निवासी यशवंत सिंह का अपने भाई से बंटवारे का विवाद चल रहा है। भाई ने किसी अन्य को पावर ऑफ अटार्नी दे रखी है। उसने वहां मकान बनवा दिया है। यशवंत का कहना है कि मकान उनके हिस्से की जमीन में है। इसी को लेकर दोनों भाइयों में विवाद चल रहा है। कई बार तहसील व थाने पर गुहार लगाने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर यशवंत और उनकी पत्‍‌नी गायत्री देवी ने प्रशासन को तीन दिनों के अनशन और उसके बाद आत्मदाह की चेतावनी दी थी।

कर सकते थे आत्मदाह

दंपत्ति तीन दिनों तक अनशन पर रहे। इस दौरान न तो प्रशासनिक अधिकारी और न ही पुलिस अधिकारी उनका हाल लेने गए। शुक्रवार को आत्मदाह की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए मौके पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने दोनों को अनशन समाप्त कर घर जाने को कहा। नहीं मानने पर पुलिस यशवंत को थाने उठा ले गई। पुलिस की इस कार्रवाई से गुस्साई पत्‍‌नी बीच रोड में कुर्सी लगाकर धरने पर बैठ गई।

जाम हो गई सड़क

बीच रास्ते में धरने पर बैठ जाने से रोड जाम हो गया। महिला पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे एसओ ने काफी देर तक समझाया। स्थानीय लोगों ने भी महिला से कहा कि एक बार पुलिस की बात मान लें। इसके बाद महिला पुलिस के साथ थाने पर चली गई। इंस्पेक्टर यादवेन्द्र पाल सिंह ने यशवंत के भाई एडवोकेट गोविंद सिंह को भी थाने बुलवा लिया। तहसीलदार अनिल रस्तोगी देर शाम तक दोनों भाइयों के साथ बातचीत कर मामले को सुलझाने में लगे हुए थे।