-चौपुला पुल पर ट्रेन से कटी महिला को लाश समझकर तमाशबीन बन रही पब्लिक

-आरपीएफ के पहुंचने पर एंबुलेंस से हॉस्पिटल ले जाया गया

<-चौपुला पुल पर ट्रेन से कटी महिला को लाश समझकर तमाशबीन बन रही पब्लिक

-आरपीएफ के पहुंचने पर एंबुलेंस से हॉस्पिटल ले जाया गया

BAREILLY: BAREILLY: सुप्रीम कोर्ट के निर्देश होने और तमाम प्रचार-प्रसार के बावजूद एक्सीडेंट में घायल की मदद को लिए पब्लिक के कदम आगे नहीं बढ़ रहे हैं। सैटरडे को ऐसा ही एक मामला चौपुला पुल रेलवे लाइन पर देखने को मिला। दोपहर में ट्रेन से महिला के कटने के बाद लोग उसे मरा समझ लिया और एंबुलेंस बुलाने तक की जहमत नहीं उठाई। यू कहें कि लोग खुद लाश बनकर खड़े रहे। करीब आधा घंटे बाद जब किसी शख्स ने उसकी सांस चलते देखा तो एंबुलेंस को सूचना दी। कुछ देर में आरपीएफ भी पहुंची तो उसने फिर से एंबुलेंस को फोन कर बुलाया, जिसके बाद महिला को हॉस्पिटल पहुंचाया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

पौने एक बजे हुआ हादसा

टोकन पोर्टर रोहित ने पौने क् बजे आरपीएफ और जीआरपी को सूचना दी कि चौपुला पुल के नीचे एक महिला स्पेशल ट्रेन की चपेट में आ गई है। सूचना पर आरपीएफ इंस्पेक्टर पीपी सिंह टीम के साथ सुभाषनगर थाना पहुंचे और वहां से एक कांस्टेबल के साथ मौके पर आए। इसी दौरान कंट्रोल रूम को भी सूचना दी गई। जब आरपीएफ इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे तो देखा कि महिला की सांस चल रही है। वह अपना कटा हुआ पैर भी हिला रही है और आंखें भी खोले है, जिसके बाद तुरंत क्08 एंबुलेंस पर सूचना दी गई। घटना के करीब आधा घंटे बाद एंबुलेंस से महिला को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचाया गया।

दवा के पचेर् मिले पास

महिला की पहचान शांति विहार निवासी गंगा देवी पत्‍‌नी लालाराम के रूप में हुई है। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक महिला रेलवे पुल के पास बैठी हुई थीं तो उन्होंने महिला को वहां से हटने के लिए भी कहा था लेकिन कुछ देर बाद महिला ट्रेन की चपेट में आ गई। उनका दाहिना पैर नीचे से कटकर पूरी तरह से अलग हो गया। मौके पर उनके पास से दवा के पर्चे मिले थे।