- मामले की जांच आलमबाग के एआरएम व चारबाग के एएसएम को सौंपी गयी

- निगम के अवध डिपो की महिला परिचालक ने यातयात अधीक्षक पर लगाया था छेड़छाड़ का आरोप

LUCKNOW: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में जिस महिला परिचालक के साथ छेड़छाड़ हुई थी, उसने थर्सडे को मजिस्ट्रेट को भी अपने बयान दर्ज करा दिए हैं। इसके साथ ही पीडि़त महिला ने मांग की है कि मामले की जांच किसी अन्य डिपो के अधिकारियों से करायी जाए। अवध डिपो में हुई इस घटना के मामले में उसे स्थानीय अधिकारियों पर भरोसा नहीं है। वे लोग आरोपी को बचाने में जुटे हैं। ऐसे में अब इस मामले की जांच आलमबाग डिपो की एआरएम श्वेता सिंह और चारबाग बस अड्डे के एएसएम बीएन तिवारी को सौंपी गई है।

यह था मामला

बताते चले कि अवध डिपो में तैनात महिला बस परिचालक ने इसी डिपो के यातायात अधीक्षक आदित्य प्रकाश पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था और इस मामलें में वजीरगंज थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई थी। इस मामले की जांच परिवहन निगम में अवध डिपो की एआरएम आम्बरीन अख्तर को सौंपी गई। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की कमेटी बना दी, लेकिन पीडि़त महिला ने क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह से किसी अन्य अधिकारी से इस मामले की जांच कराने की बात कही। पीडि़त महिला का कहना था कि मामला इसी डिपो का होने की वजह से यहां के अधिकारी और कर्मचारी आरोपी आदित्य प्रकाश को बचाने में लगे हैं। ऐसे में इस मामले की जांच किस अन्य डिपो से कराई जाए। इस पर क्षेत्रीय प्रबंधक ने इस मामले की जांच की जिम्मेदारी आलमबाग डिपो की श्वेता सिंह और चारबाग बस अड्डे के एएसएम बीएन तिवारी को दे दी।

स्वीकार नहीं किया गया इस्तीफा

पीडि़त महिला परिचालक ने मामले की जांच जल्द से जल्द पूरा करने की मांग कही है। उसने उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के परिचालक पद से इस्तीफा भी दे दिया है, लेकिन अभी तक उसका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। ऐसे में पीडि़त महिला रोजाना अवध डिपो के कार्यालय पहुंच कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। वहीं अवध डिपो की एआरएम आम्बरीन अख्तर ने बताया कि पीडि़त महिला अपनी ड्यूटी ऑफिस में दर्ज करा रही है, जबकि उसकी डयूटी रूट पर है। ऐसे में किस आधार पर वह यहां पर उपस्थिति लगा रही है।