हो रही shopping
तीज के व्रत और पूजा को विधि-विधान के साथ सफल बनाने के लिए सुहागन औरतें मार्केट में पूजा सामग्री की खरीददारी करने में जुटी हुई हैं। बर्मामाइंस में रहने वाली अल्का ने बताया कि पूजा में सिंदूर, नेल पॉलिश, मेहंदी, तिया, लाल चूड़ी समेत श्रंृगार की सभी चीजों की जरूरत होती है। इस दिन सुहागन दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं। सूर्यास्त के बाद एक टोकरी में श्रंृगार के सभी सामान, फल-फूल और दूसरी चीजें रखकर बांध दिया जाता है। तीज के अगले दिन सूर्योदय के पहले टोकरी खोली जाती है और इसके बाद ही व्रत खोला जाता है। इस साल तीज में चीजों के रेट काफी बढ़ गए हैं। साकची में शॉप लगाने वाले सचिन ने बताया कि पिछले साल के कंपैरिजन में इस वर्ष चीजों के रेट 30 परसेंट तक बढ़ गए हैं। उन्होंने बताया कि इस बार मार्केट भी काफी डाउन है।

मंदिरों और घरों में होगी पूजा
तीज पर मंदिरों और घरों दोनों ही जगह पूजा की जाती है। साकची काली माता मंदिर के प्रमुख पुजारी पंडित प्रेम प्रकाश ने बताया कि हरितालिका तीज व्रत भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की हस्त नक्षत्र से युक्त तृतीया तिथि को किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस साल काशी पंचांग के अनुसार भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया सैटरडे को शाम 5:00 बजे से लेकर संडे को इवनिंग 4:29 बजे तक रहेगी।

'सुहागिनों के लिए यह व्रत काफी महत्वपूर्ण होता है। इस दिन निर्जला व्रत रखकर पति की लंबी उम्र की कामना की जाती है.'
-सोमा सिंह, टेल्को

'ये व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है। हर बार की तरह इस साल भी शीतला माता मंदिर में तीज की पूजा ऑर्गेनाइज की जाएगी.'
-पंडित प्रकाश कुमार, प्रमुख पंडिता साकची काली माता मंदिर

'मेरे लिए ये पहला तीज व्रत होगा.  मैं कोशिश करूंगी कि इस व्रत को पूरी श्रद्धा के साथ निभाऊं। सुना है इससे प्यार भी बढ़ता है.'
-अल्का, बर्मामाइंस

Report by: jamshedpur@inext.co.in