GORAKHPUR: गोरखपुर पुलिस की कार्य प्रणाली से परेशान पब्लिक अब बेहाल हो गई है। हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि लोग अब पुलिस से परेशान होकर अपनी जान तक देने को आमादा हो जा रहे हैं। जिले में खुलेआम आपराधिक मामलों को पुलिस मैनेज कर रही है और पीडि़त परेशान होकर आत्महत्या की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बुधवार को यहां देखने को मिला। कैंपियरगंज के धानी बाजार की रहने वाली एक महिला एसएसपी ऑफिस पर आत्मदाह करने पहुंच गई। लेकिन वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने समय रहते उसे पकड़ लिया और उसे महिला थाने ले जाया गया। बावजूद इसके महिला की समस्या का कोई निस्तारण नहीं हो सका।

हत्या को हादसा बता रही पुलिस

धानी बाजार के खानापार गांव की रहने वाली लालमति का आरोप है कि उसके बेटे रामकुमार अग्रहरी की हत्या की गई है, जबकि पुलिस इसे सड़क हादसा बता रही है। लालमति का कहना है कि रामकुमार की हत्या अमन गुप्ता पुत्र प्रेमचंद गुप्ता आदि ने मिलकर की और हत्या के बाद लाश सड़क किनारे फेंक दी। इस मामले में कैंपियरगंज पुलिस को तहरीर देकर सब कुछ बताया गया लेकिन पुलिस कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है। महिला का आरोप है कि पुलिस आरोपियों से मिलकर मामला मैनेज करने में जुटी है।

आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं

वहीं, महिला के मुताबिक पुलिस हत्या से इनकार कर रही है और पूरी घटना को सड़क दुर्घटना बताकर कार्रवाई से अपना पल्ला झाड़ रही है। जिससे वह बेहद दुखी हैं। कई बार पुलिस अधिकारियों से भी इसकी शिकायत की लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही। लालमति ने बताया कि वह कैंपियरंगज पुलिस की कार्यप्रणाली से बेहद दुखी है लिहाजा अब उसे आत्मदाह के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं सूझ रहा। इसलिए बुधवार को वह एसएसपी ऑफिस पर आत्महत्या के लिए पहुंची। लेकिन वहां पहले से एसपी सिटी, एसपी क्राइम, सीओ कैंट, एडीएम प्रशासन प्रभुनाथ, एडीएम सिटी रजनीश चंद्र, सिटी मजिस्ट्रेट विवेक कुमार श्रीवास्तव मौजूद थे। जिनके कहने पर महिला थाने की थानाध्यक्ष डॉ। शालिनी सिंह ने लालमति को पकड़ लिया और महिला थाने ले गईं।