-महिलाओं सिक्योरिटी के मद्देनजर पिंक ऑटोरिक्शा चलाने का फैसला

-पुराने आटो में मीटर लगवाने को दिया जाएगा छह महीने का मौका

-संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में हुए अहम फैसले

ALLAHABAD: आटोवालों की मनमानी रोकने के लिए परिवहन प्राधिकरण अब कोई समझौता करने के मूड में नहीं है। आटो में सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा भी टॉप प्रायोरिटी है। शुक्रवार को रिजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी की मिटिंग में यही इश्यू डिस्कशन का सेंटर बना रहा। कॉमन मैन की सुविधा और आटो संचालकों की मनमाना किराया वसूली पर रोक लगाने की दिशा में बड़ा कदम आगे बढ़ाते हुए तय किया गया कि अब कोई भी नया आटो बिना इलेक्ट्रानिक फेयर मीटर के सड़क पर नहीं आएगा। उसे परमिट ही तभी जारी की जाएगी जब उसने मीटर लगा हो। पहले से ही सड़कों पर दौड़ रहे आटो के संचालकों को इलेक्ट्रानिक मीटर लगवाने के लिए छह महीने का मौका दिया जाएगा।

चालू हालत में हो मीटर

कमिश्नर राजन शुक्ला की देखरेख में हुई मिटिंग में कहा गया कि ऑटो रिक्शा के नए परमिट तभी जारी किए जाएंगे जब उनमें मीटर लगा हो और वह चालू हालत में हो। इसे रोड पर चेक कराने की भी व्यवस्था की जाएगी ताकि फीडबैक भी मिले कि आटो संचालक कोई मनमानी तो नहीं कर रहे हैं। ऐसा नहीं होने पर उनका परमिट कैंसिल भी किया जा सकता है। कैरिज बाई रोड एक्ट ख्007 व कैरिज बाई रोड रूल्स ख्0क्क् के तहत पंजीयन प्रमाण पत्र हेतु प्राप्त आवेदन पत्रों पर संभागीय परिवहन अधिकारी परीक्षणोपरांत नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश कमिश्नर ने दिए।

महिलाओं को मिलेगी विशेष सुविधा

मंडल के जिलों में महिलाओं को सुरक्षित यातायात की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु पिंक ऑटो रिक्शा के संचालन एवं परमिट जारी करने पर विचार विमर्श मीटिंग में हुआ। पिंक ऑटो रिक्शा के संचालन में आने वाली समस्याओं के समाधान हेतु नोडल अधिकार आरटीओ के पास होंगे। लोहिया ग्राम योजना के अंतर्गत चयनित गांवों को जोडने वाले मार्गो पर जन सामान्य को यातायात की सुविधा देने पर विचार किया गया। इस मौके पर डीएम कौशलराज शर्मा, डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर वीके सिंह, अपर आयुक्त शेषमणि पांडेय, आरटीओ भीमसेन सिंह आदि मौजूद रहे।

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प्राधिकरण के महत्वपूर्ण फैसले

-नए आटोरिक्शा में इलेक्ट्रानिक फेयर मीटर लगवाना अनिवार्य होगा

-पुराने आटो को इसे लगवाने के लिए छह महीने का मौका दिया जाएगा

-मीटर लगने के बाद फिक्स रेट से ही होगी किराया वसूली

-ई रिक्शा को परमिट जारी करने के लिए बनाई जाएगी अलग से पॉलिसी

-महिलाओं के लिए अलग से पिंक आटो का संचालन किया जाएगा

-अलग से जारी होगी पिंक आटो को परमिट

-पिंक आटो के संचालन की बाधाओं को दूर करने को नोडल ऑफिसर होंगे आरटीओ

-लोहिया ग्रामीण बस सेवा के विस्तार के लिए मांगे जाएंगे प्रस्ताव

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कैसा होगा पिंक आटो

आटो में कुछ भी ऐसा नहीं होगा जिसके लिए अलग से मैन्युफैक्चरिंग लेवल पर कोई चेंज किया जाए। पुराने आटो के मालिक भी नया परमिट लेकर पिंक आटो में कन्वर्ट करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें आटो के अपर हॉफ का कलर चेंज करवाकर पिंक कराना होगा। इस पर आगे और पीछे दोनों तरफ सिर्फ महिलाओं के लिए लिखा जाएगा। इसमें सिर्फ महिलाएं सफर करेंगी। पूरे परिवार के साथ कोई महिला निकलती है तो उसे इससे ट्रेवल करना एलॉऊ किया जाएगा।

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दिल्ली से हुई थी शुरुआत

दिसंबर ख्0क्ख् में दिल्ली में निर्भया कांड के बाद जनवरी ख्0क्फ् में पिंक आटो चलाने का प्रस्ताव सामने आया। दिल्ली के साथ गुड़गांव का नाम पिंक आटो संचालन में सबसे ऊपर आया। उत्तर प्रदेश में लखनऊ ने इस योजना को इसी साल एडाप्ट किया है। ख्8 जून को लखनऊ में इसका संचालन शुरू हुआ है। खास बात यह है कि इसे ड्राइव करने को आगे आने के लिए भी महिलाओं को प्रमोट किया जा रहा है। इलाहाबाद में अभी यह योजना डिस्कशन लेवल पर है। उम्मींद की जा रही है कि एक महीने के भीतर यह जमीन पर उतर आएगी। इसके बाद इस दिशा में सार्थक प्रयास शुरू होंगे।

मनमानी सवारी बैठाते हैं आटो चालक

कमाई के चक्कर में आटो चालक नियमों की ऐसी-तैसी करते नजर आते हैं। इनका कम्युनिकेशन सिस्टम इतना स्ट्रांग है कि किसी एक स्थान पर चेकिंग होने की सूचना चंद सेकंड के भीतर संबंधित रोड पर चलने वाले हर रूट पर कम्युनिकेट हो जाती है। इससे उनके खिलाफ कार्रवाई कम होती है। ट्रैफिक पुलिस ओवरलोडिंग पर कार्रवाई कर सकती है लेकिन प्राब्लम यह है कि आटो से पर डे इतने पुलिस वाले फ्री में ट्रेवल करते हैं कि कार्रवाई करना मुश्किल काम है। आटो वालों की थाने से अलग सेटिंग है। इसी के चलते इनकी मनमानी पर कोई रोक नहीं है।

एक साल में हुई कई परिवर्तन

आटो संचालकों की मनमानी रोकने के लिए एक साल के भीतर कई बड़े प्रयास हुए हैं जो प्रभावी भी दिखते हैं। ओवरलोडिंग पर प्रभावी रोक नहीं लगी है लेकिन ज्यादातर आटोचालक अब वर्दी पहनने लगे हैं। आटो पर रूट नंबर अंकित हो चुका है। नंबर के आधार पर उनका रूट तय हो चुका है। इससे पब्लिक को थोड़ी सुविधा तो हुई ही है। कमिश्नर के खुद सीरियस होने से माना जा रहा है कि नए प्रयास भी इसी साल मूर्त रूप ले लेंगे।

आटो रिक्शा संगठनो से बातचीत करके नई व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए के कदम उठाए जाएंगे। सिक्योरिटी टॉप प्रयोरिटी इश्यू है। स्पेशली लेडीज के मामले में। पिंक रिक्शा का संचालन इसी दिशा में बढ़ाया जाने वाला एक कदम है।

राजन शुक्ला

कमिश्नर, इलाहाबाद

ग्रामीण इलाकों में लोहिया बस सेवा को और बेहतर करने के लिए कमिश्नर के आदेशानुसार कदम उठाए जाएंगे।

जयदीप वर्मा

एसएम, यूपीएसआरटीसी, इलाहाबाद

पब्लिक को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रशासन स्तर से उठाए जाने वाले कदमों को हम पूर्ण समर्थन और सहयोग करेंगे।

विनोद चन्द्र दुबे

अध्यक्ष, टैंपो-टैक्सी यूनियन, इलाहाबाद

ई रिक्शा और ईकार्ट नाम से सृजित नई परिवहन श्रेणी के वाहनों के परमिट के संबंध में अंतिम निर्णय विचारोपरान्त लिया जाएगा।

वीके सिंह

डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, इलाहाबाद