- दहेज के लिए गर्भवती के पेट पर मारी लात, मरणासन्न हालत में मायके में फेंक कर भागे

- महिला का गर्भपात, अस्पताल में इलाज के दौरान टूट गई सांस

ALLAHABAD: गृहलक्ष्मी थी। वंश की बेल भी बढ़ाने जा रही थी। लेकिन दहेज के भूखे ससुरालियों के लिए ये सब बात मायने नहीं रखती थीं। चंद रुपयों की चाह में ससुरालियों ने जुल्म की हदें पार कर दीं। इंसानियत को तार-तार करते हुए गर्भवती विवाहिता के पेट में ऐसी लात मारी कि अजन्मे बच्चे सहित विवाहिता की जान चली गई। इंसानियत को शर्मसार करने वाली यह घटना धूमनगंज थाना क्षेत्र की है।

पूरामुफ्ती में है मायका

कौशांबी जनपद के पूरामुफ्ती पुरानी बाजार निवासी राम कैलाश की पुत्री ज्ञानवती की शादी दो साल पहले इलाहाबाद के धूमनगंज भागलपुर मुंडेरा में रहने वाले राकेश सरोज के साथ हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से ही उसको दहेज के लिए प्रताडि़त किया जाने लगा था। ज्ञानवती इन दिनों पेट से थी। बुधवार की रात ससुरालियों ने जुल्म की हद ही पार कर दी। विवाहिता को पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया गया। यही नहीं उसके पेट पर भी लात मार दी। इससे उसकी हालत बिगड़ गई।

मायके में फेंक कर फरार

विवाहिता को ब्लीडिंग शुरू हो गई। इससे ससुराल वालों के हाथ पांव फूल गए। लेकिन उसको अस्पताल पहुंचाने के बजाय उसके मायके पूरामुफ्ती ले गए और फेंककर भाग निकले। रात में मायके वाले उसको एसआरएन हॉस्पिटल पहुंचे। इस दौरान पेट में ही बच्चे की मौत हो चुकी थी, जबकि विवाहिता की हालत भी पल-पल बिगड़ती जा रही थी। इस पर परिजनों ने प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया, लेकिन डॉक्टर उसे नहीं बचा सके। विवाहिता की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। मायके वालों ने पुलिस को तहरीर दी लेकिन गुरुवार को देर रात तक कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।