-कानपुर-अलीगढ़ जीटी रोड को फोर लेन बनाने के लिए अधिग्रहित जमीन पर जिला प्रशासन ने कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू की

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KANPUR : थर्सडे को एनएचएआई और जिला प्रशासन की टीम ने कानपुर-अलीगढ़ हाईवे के लिए अधिग्रहित जमीन पर कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू की। बिल्हौर तहसील के अर्जनपुर, निवादा, थाती, पाठकपुर, धमनू, देवपुर सराय, भट्ठापुरा आदि गांवों की पैमाइश की और खेतों की मेड़ तोड़कर भूमि को कब्जे में लिया। बिल्हौर तहसील के 47 गांवों की जमीन इस हाईवे के लिए अधिग्रहित की गई है। किसानों को सर्किल रेट से 4 गुना मुआवजा दिया गया है। कब्जा लेने की कार्यवाही के दौरान एडीएम फाइनेंस एंड रेवेन्यू संजय चौहान और एनएचएआई के परियोजना निदेशक गौरव गुप्ता, एसडीएम बिल्हौर हिमांशु गुप्ता मौजूद रहे।

5 चरणों में होगा पूरा

भारत माला परियोजना के अंतर्गत हाईब्रिड एन्यूटी मोड पर यह प्रोजेक्ट धरातल पर आएगा। इस प्रोजेक्ट में एनएचएआई निर्माण के लिए 40 परसेंट धन देगा, जबकि 60 परसेंट धनराशि ठेकेदार कंपनी खुद लगाएगी। टोल टैक्स की वसूली प्राधिकरण खुद ही करेगा। बता दें कि जीटी रोड के चौड़ीकरण के लिए इस प्रोजेक्ट में 6,500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस हाईवे को 5 चरणों में पूरा किया जाएगा। पांचवें चरण में कन्नौज से कानपुर तक काम होगा। भूमि का अधिग्रहण 6 लेन की सड़क मानकर किया जा रहा है। फोरलेन हाईवे होने से बिल्हौर, चौबेपुर, मंधना, उत्तरीपुरा, शिवराजपुर आदि जगहों पर लगने वाले जाम से लोगों को मुक्ति मिल जाएगी।

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4 बाईपास बनेंगे

इस फोरलेन हाईवे पर चढ़ने के लिए कानपुर में 4 बाईपास बनेंगे। एक बिल्हौर के पास बाईपास बनेगा। दूसरा लालपुर से उत्तरीपुरा, तीसरा शिवराजपुर और चौथा चौबेपुर के पास बाईपास बनाया जाएगा।