आई नेक्स्ट की खबर का असर

अब जहरीला धुंआ नहीं उगलेगी बीआरडी मेडिकल कॉलेज में लगी चिमनियां

- लखनऊ की कम्पनी ने चिमनी लगाने का कार्य शुरू किया

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में चार माह से खराब इंसिनरेटर की चिमनी और ब्लोवर के अब ठीक होने के आसार दिख रहे हैं। काफी समय बाद इस मामले को लेकर कॉलेज प्रशासन गंभीर है। कॉलेज प्रशासन ने लखनऊ से चिमनी मंगा ली है। कंपनी ने शनिवार को चिमनी लगाने का कार्य भी शुरू कर दिया है। पिछले चार महीने से इन चिमनियों से निकलने वाला जहरीला धुआं मेडिकल कॉलेज कैंपस को प्रदूषित कर रहा था।

आई नेक्स्ट ने छापी थी खबर

बीआरडी मेडिकल कॉलेज से निकलने वाले मेडिकल बायोबेस्ट के निस्तारण के लिए कैंपस में ही इंसिनरेटर लगाया गया है। इसमें हर रोज खतरनाक बायोवेस्ट का निस्तारण होता था। चार माह पूर्व इंसिनेटर की चिमनी टूट कर गिरने के साथ ब्लोवर भी फट गया था। आई नेक्स्ट ने इस मामले को नौ दिसंबर के अंक में 'बीआरडी की चिमनी उगल रही जहर' हेडिंग से पहले पेज पर प्रकाशित किया था। मामले को संज्ञान लेते हुए प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने मेडिकल प्रशासन को दो बार नोटिस दिया था।

लखनऊ की कम्पनी को मिला ठेका

नोटिस मिलते ही इंसिनेटर की चिमनी और ब्लोवर की मरम्मत के कार्य का ठेका लखनऊ की लैप्को इंस्टूमेंट नाम की कम्पनी को दे दिया गया। इस संबंध में कंपनी के एक कर्मचारी ने बताया कि चिमनी लगाने में दो दिन का समय लग जाएगा। धुएं को चिमनी तक पहुंचाने वाली ब्लोवर को भी ठीक किया जा रहा है। दो तीन दिन के अंदर इंसिनरेटर काम करना शुरू हो जाएगा।

वर्जन

इंसिनरेटर की चिमनी आ चुकी है। कम्पनी के कर्मचारियों ने कार्य शुरू कर दिया है। जल्द ही चिमनी चालू हो जाएगी।

डॉ। राजीव मिश्रा, प्रिंसिपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज