महिला प्रकोष्ठ की उपाध्यक्ष के चाचा की मौत के बाद भड़के कार्यकर्ताओं ने लगाए गंभीर आरोप

नहीं मिले अधिकारी, ऑन ड्यूटी डॉक्टर और नर्स को सस्पेंड करने की मांग

Meerut। आम आदमी पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की उपाध्यक्ष के चाचा की मौत पर पार्टी के तमाम पदाधिकारियों ने शनिवार को जिला अस्पताल में जमकर हंगामा किया। मरीज की मौत का जिम्मेदार मानते हुए उन्होंने अस्पताल प्रशासन और स्टाफ पर कई गंभीर आरोप लगाए और ऑनडयूटी डॉक्टर व नर्स को सस्पेंड करने की मांग भी की। हंगामा होने के बावजूद अस्पताल अधिकारी सामने नहीं आए, वहीं सदस्यों ने चिकित्साधिकारी को अपना मांग पत्र सौंपा। साथ ही आरोपियों पर तीन दिन में कार्रवाई न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी

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आठ घंटे बाद िकया रेफर

आप पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की उपाध्यक्ष अनु झा ने बताया कि उनके चाचा कैंट एरिया निवासी विश्वानाथ झा उर्फ सोनू उम्र 45 साल रेलवे में कार्यरत थे। शुक्रवार को वह ट्रेन से दिल्ली जा रहे थे। दोपहर करीब 12 बजे कैंट स्टेशन पर पैसेंजर ट्रेन में भीड़ की वजह से अचानक उनका पैर फिसल गया और धक्कामुक्की में वह बाहर गिर पड़े। उनके सिर और पैर में गंभीर चोटें आई थी। उन्हें रेलवे की गाड़ी से करीब 1 बजे जिला अस्पताल लाया गया। अनु ने बताया कि सोनू के सिर से लगातार ब्लीडिंग हो रही थी। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर्स ने उन्हें भर्ती करने के बाद भी प्रॉपर इलाज नहीं दिया। दवाइयां भी बाहर से मंगवाई गई और करीब 7 घंटे बीतने के बाद न्यूरो सर्जन की बात कहकर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां रात में करीब 11 बजे उनकी मौत हो गई। वहीं उन्होंने नर्स आरती, रीना और अनीता पर इलाज करने की बजाय पार्टी करने के गंभीर आरोप लगाए। शनिवार को अनु समेत पार्टी के जिला अध्यक्ष शैलेंद्र गौड़, जिला सचिव गुरमिंदर सिंह, जिला अध्यक्ष (महिला शाखा) उर्मिला समेत कई कार्यकर्ताओं ने दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की।

खारिज किए आरोप

जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ। पीके बंसल ने बताया किमामले की जांच की गई है। डॉक्टर्स की ओर से इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही सामने नहीं आई है। तीमारदारों ने खुद ही मरीज को रेफर न करने के लिए कहा था।