DEHRADUN : एड्स को लेकर पिछले कई सालों से चलाये जा रहे जागरूकता अभियानों के बावजूद उत्तराखंड में साल दर साल एचआईवी/एड्स से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हालांकि वर्ष ख्0क्0 से ख्0क्भ् के बीच इस तरह के रोगियों की संख्या में कुछ कमी रही, लेकिन वर्ष ख्0क्भ् के बाद इस संख्या में फिर बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले पांच वर्षो में देहरादून में सबसे ज्यादा ख्ब्90 संक्रमित सामने आये हैं। जबकि हरिद्वार में ऐसे लोगों की संख्या क्0फ्म् और हरिद्वार में म्क्ख् रही। साल दर साल पर एक नजर वर्ष- पुरुष महिलाएं गर्भवती ख्0क्0-क्क् ब्भ्7 ख्भ्ब् भ्0 ख्0क्क्-क्ख् भ्07 ख्70 भ्9 ख्0क्ख्-क्फ् भ्म्ब् ख्म्9 भ्ब् ख्0क्फ्-क्ब् भ्ब्भ् ख्म्8 ब्8 ख्0क्ब्-क्भ् भ्फ्0 ख्7म् भ्क् ख्0क्भ्-क्म् भ्08 ख्ब्भ् ब्9 ख्0क्म्-क्7 भ्फ्भ् ख्फ्क् भ्0 ख्0क्7-क्8 फ्म्7 क्70 ब्फ् पांच वर्षो में संक्रमित देहरादून-ख्ब्90 नैनीताल-क्0फ्म् हरिद्वार-म्क्ख् ऊधमसिंहनगर-भ्7ब् पौड़ी गढ़वाल-फ्ख्7 पिथौरागढ़-ख्क्क् अल्मोड़ा-क्म्ख् बागेश्वर-क्ख्0 रुद्रप्रयाग-क्क्8 चंपावत-97 चमोली-87 टिहरी गढ़वाल-79 उत्तरकाशी-ब्भ् कुछ पहाड़ी जिलों के हालात सुधरे हालांकि राज्य के पहाड़ी जिलों में भी एचआईवी संक्रमण के केस सामने आये हैं, लेकिन कुछ जिलों में पिछले पांच सालों में इनमें कमी आई है।

दून में बढ़ रहे एचआईवी संक्रमित,पांच सालों में 2490 आए सामने

बागेश्वर में वर्ष ख्0क्0-क्क् में क्9 संक्रमित सामने आये थे, जबकि वर्ष ख्0क्म्-क्7 में यह संख्या 9 थी। चमोली में क्0-क्क् में क्9 और क्म्-क्7 में 7 लोग संक्रमित हुए। पौड़ी में ख्0क्0-क्क् में ब्म् के मुकाबले क्म्-क्7 में क्9 लोग संक्रमित हुए। रुद्रप्रयाग में क्0-क्क् में ख्0 के मुकाबले क्म्-क्7 में म् संक्रमित मिले। अल्मोड़ा, चम्पावत, टिहरी और उत्तरकाशी में संक्रमितों की संख्या में मामूली बढ़ोत्तरी हुई है। दवाओं से बढ़ेगी उम्र हालांकि एचआईवी संक्रमितों को रोग मुक्त करना संभव नहीं है, लेकिन एंटी रेट्रो वायरल दवाइयां, काउंसिलिंग और बेहतर खान-पान से संक्रमितों की उम्र बढ़ सकती है। एचआईवी संक्रमितों की संख्या में पिछले सालों में कमी आई है। अब राज्य में संक्रमण दर 0.क्ख् फीसद है। नए मरीजों की तादाद में कमी आ रही है। राज्य एड्स नियंत्रण समिति की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं और इसके अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं। डॉ। वीएस टोलिया, अपर परियोजना निदेशक, उत्तराखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति