गोल्ड की उम्मीद

रांची की बेटी दीपिका वल्र्ड आर्चरी चैंपियनशिप में गोल्ड जीते, फिलहाल पूरा देश यही दुआ कर रहा है। फ्राइडे को इस चैंपियनशिप में अचूक निशाना साधते हुए दीपिका इंडिविजुअल और टीम इवेंट के फाइनल में जगह बना चुकी है। आज शाम चार बजे से होनेवाले फाइनल मुकाबले में देशवासियों को उम्मीद है कि उसके धनुष से निकला तीर जरूर गोल्ड दिलाएगा।

गोल्ड से एक कदम दूर

गोल्डेन गर्ल दीपिका शानदार फॉर्म में है। इन दिनों शंघाई में चल रहे वल्र्ड आर्चरी चैंपियनशिप में दीपिका का अचूक व सटीक निशाना बता रहा है कि वो देश के लिए मेडल जीतने को बेकरार है। फिलहाल दो गोल्ड मेडल जीतने से वह महज एक कदम दूर है। इस चैंपियनशिप के इंडिविजुअल इवेंट के सेमीफाइनल मुकाबले में दीपिका ने शानदार निशाना लगाते हुए कोरियर्स आर्चर को पराजित कर दिया, वहीं जयंत तालुकदार के साथ डबल्स मुकाबले में मैक्सिको के आर्चर्स को हराकर फाइनल के लिए जगह पक्की कर ली।

तो बनेंगी वर्ल्ड की नंबर वन

दोनों इवेंट के फाइनल आज होंगे। अगर इंडिविजुअल इवेंट में दीपिका गोल्ड जीतने में कामयाब होती हैं तो फिर से वर्ल्ड की नंबर वन आर्चर होने का तमगा उसे हासिल हो जाएगा.लंदन ओलंपिक में मेडल जीतने से वंचित दीपिका कुमारी का अगला निशाना वल्र्ड की नंबर वन आर्चर बनना है। लास्ट ईयर वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने के बाद उसने कहा था कि वह अब नंबर वन प्लेयर बनने की ओर कदम बढ़ा चुकी है। हार-जीत तो हर प्लेयर्स के साथ जुड़ा रहता है, इसलिए किसी भी प्लेयर को कम नहीं आंकना चाहिए।

आगे बढऩे की दुआ

रांची के रातू एरिया में रहनेवाले दीपिका के माता-पिता भी बेटी के गोल्ड जीतने की कामना कर रहे हैं। मां गीता देवी और पिता शिवनारायण महतो हाल ही में वैष्णो देवी के दर्शन किए हैं। मां का कहना है कि वह वैष्णो माता से दुआ मांगी है कि उसकी बेटी इसी तरह आगे बढ़ती रहे। मेरा बस यही सपना है कि वह वल्र्ड की नंबर वन आर्चर बने। वहीं, पिता शिवनारायण कहते हैं कि ओलंपिक में मेडल नहीं मिलने से उनकी बेटी की काबिलियत थोड़े न कम हो जाएगी। आगे ओलंपिक समेत कई चैंपियनशिप में उसे पार्टिसिपेट करना है। आज होनेवाले फाइनल में वह जरूर गोल्ड जीतने में कामयाब होंगी।