- प्रमुख सचिव ने जिला अस्पताल का किया निरीक्षण

- हेपेटाइटिस-सी, पोषण पुनर्वास केंद्र आदि का लिया जायजा

- डायलेसिस रूम में पानी की टंकी लगाने के दिए आदेश

Meerut । अपर प्रमुख सचिव ने मंगलवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। अपर प्रमुख सचिव ने हेपेटाइटिस-सी केंद्र, पोषण पुनर्वास केंद्र, डायलेसिस और लैब का निरीक्षण किया। जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक ने नवनिर्मित डायलेसिस रूम में बजट के अभाव में पानी की टंकी न होने की बात कही। अपर प्रमुख सचिव ने लखनऊ में अधिकारियों से वार्ता कर डायलेसिस रूम के लिए पानी की टंकी के निर्माण के लिए बजट स्वीकृत कराने के आदेश जारी किए और सीएमएस को निर्माण कार्य कराने के आदेश दिए।

ओपीडी का ब्यौरा मांगा

अपर प्रमुख सचिव अरुण कुमार टीम के साथ दोपहर करीब दो बजे जिला अस्पताल पहुंचे। सबसे पहले वह ओपीडी पहुंचे। जहां उन्होंने महीनेभर की ओपीडी का ब्यौरा मांगा। इसके बाद वह हेपेटाइटिस-सी विभाग में पहुंचे। जहां सात अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों सहित दो अमेरिका की मूल की चिकित्सक डॉ। एलेन विमशाह तथा डॉ। शेवंती हाईटिस कार्य करते हुए मिले। अपर प्रमुख सचिव ने दोनों विदेशी चिकित्सकों से वार्ता की। इन्होंने बताया कि वह एनएचएम योजना के तहत गत सप्ताह से कार्य कर रहे हैं।

लेटलतीफी पर जताई नाराजगी

दरअसल, डायलेसिस की छह मशीन लखनऊ से मेरठ जिला अस्पताल में पहुंच चुकी हैं। करीब डेढ़ माह बाद भी डायलेसिस की सुविधा मरीजों को न मिलने पर उन्होंने सीएमएस पीके बंसल से कारण पूछा। इस पर सीएमएस पीके बंसल ने बताया कि डायलेसिस विभाग के लिए प्रर्याप्त स्टॉफ और पानी की टंकी का बजट पारित नहीं हो पाया है। इस पर अरुण कुमार ने मौके पर ही समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को फोन कर पानी की टंकी का बजट बनाने और स्वीकृत कर मेरठ जिला अस्पताल भिजवाने के आदेश जारी किए। साथ ही सीएमएस को एक माह में डायलेसिस रूम सुचारू करने के आदेश दिए। इतना ही नहीं डायलेसिस रूम में कचरा और मशीनों के खाली डिब्बे भी हटाने के आदेश दिए। मौके पर मौजूद हास्पिटल मैनेजर डा। नुपुर से अस्पताल की सफाई व्यवस्था के बाबत जानकारी ली।

चालू होंगी लैब मशीन

सीएमएस पीके बंसल ने अपर प्रमुख सचिव अरुण कुमार को बताया कि राज्य सरकार ने करीब 50 जांचों की सुविधा मुहैया करा रखी है। लेकिन इसकी रिपोर्ट 24 से 36 घंटे बाद चिकित्सकों को मिलती है। इससे मरीजों के उपचार में देरी हो रही थी। उन्होंने बताया कि लैब जांच की मशीन मंगा ली है जो करीब 50 जांचों की सुविधा मरीजों को देगी। साथ ही तुरंत ही इसकी रिपोर्ट भी मिलेगी। यह सुविधा महज एक सप्ताह में चालू कर दी जाएगी।

ये रहे मौजूद

इस मौके पर डा। वीपी सिंह कल्यानी, डा। एस के कौशिक, सीएमओ वीरेन्द्र सिंह, एडी डा। मंजू वैश्य शर्मा, हॉस्पिटल मैनेजर नूपुर आदि मौजूद रहे।