-चौपुला ओवरब्रिज पर बीजेपी का झंडा लगी कार सवार युवक ने दिखाई गुंडई

-पुलिस ने दो युवकों को किया गिरफ्तार, एफआईआर दर्ज कर कार की जब्त

BAREILLY:

पहले जानबूझकर रॉन्ग साइड से बीजेपी का झंडा लगी एसयूवी निकालने की कोशिश। जब ट्रैफिक एचसीपी ने रोका तो उनसे गाली गलौज की और फोन पर किसी से धमकी भी दिलवाई, 'तेरी औकात क्या है मेरी गाड़ी रोकने की। तेरी वर्दी उतरवा दूंगा। तू मुझे जानता नहीं है.' चौपुला ओवरब्रिज पर मामले के तूल पकड़ने के बाद ट्रैफिक एचसीपी ने कंट्रोल रूम को कॉल कर पुलिस बुला ली। पुलिस ने एसयूवी सवार दोनों युवकों को गिरफ्तार कर एफआईआर दर्ज की और गाड़ी भी जब्त कर ली।

लो अपने बाप से बात करो

बाकया सुबह करीब साढ़े 11 बजे का है। ट्रैफिक पुलिस के एचसीपी बृज किशोर संडे को चौपुला ओवरब्रिज पर उनकी ड्यूटी थी। इसी दौरान बदायूं रोड से एसयूवी आयी और अचानक चौपुला चौराहा की ओर गलत तरीके से मुड़ गई। इस मोड़ से चौपुला चौराहा की ओर से आने वाले वाहन ओवरब्रिज पर जा रहे थे। अचानक गाड़ी मोड़ने से ट्रैफिक डिस्टर्ब हो गया। एचसीपी बृज किशोर ने एसयूवी के ड्राइवर को टोकते हुए गाड़ी बैक करने को कहा और गाड़ी के पेपर्स मांगे। इतना सुनते ही गाड़ी में बैठा सोनू निवासी रामचंद्र मिशन, शाहजहांपुर गाड़ी से उतरा और बृज किशोर से गाली गालौज करने लगा। बृज किशोर ने इसका विरोध किया तो उसने अपना मोबाइल निकालकर किसी को कॉल किया और फिर मोबाइल एचसीपी को थमाते हुए बोला लो अपने बाप से बात करो। आरोप है कि फोन पर मौजूद शख्स ने भी बृज किशोर के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी और बोला कि तेरी औकात क्या है गाड़ी रोकने की। अभी तेरी वर्दी उतरवाता हूं। इसके बाद बृज किशोर ने तुंरत कंट्रोल रूम को सूचना दे दी।

सिफारिश नहीं आयी काम

पुलिस के मुताबिक गाड़ी में दो युवक और एक महिला सवार थी। महिला सीटेट एग्जाम देने आयी थी। गाड़ी में सोनू के अलावा ड्राइवर महावीर प्रसाद था। कंट्रोल रूम से पहुंची फोर्स गाड़ी को कोतवाली लेकर आ गई तो फिर गाड़ी छुड़वाने की सिफारिशें शुरू हो गई, लेकिन पुलिस ने गाड़ी नहीं छोड़ी और एफआईआर दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस गिरफ्त में मौजूद सोनू ने बताया कि वह शाहजहांपुर के एक कॉलेज से बीए सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा है। उसके पिता का सर्जिकल का काम है। गाड़ी एक बीजेपी नेता के दोस्त की है।

पुलिस ने भिजवाया एग्जाम सेंटर तक

कार सवारों की गुंडई से उसमें बैठी महिला का भविष्य खराब हो सकता था, क्योंकि महिला को एग्जाम देने जाना था। पुलिस ने तुरंत महिला के पति को फोन करके बुलाया और फिर अपनी गाड़ी से उसे एग्जाम सेंटर तक भी पहुंचाया।